जबलपुर दर्पणमध्य प्रदेश

निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई

51 लोगों पर मामला दर्ज, 20 गिरफ्तार, 31 फरार

जबलपुर दर्पण। मध्य प्रदेश के जबलपुर में निजी स्कूलों की मनमानी और बुक सेलर्स के साथ मिलकर अभिभावकों के साथ की जा रही लूट खसौट के अब तक के सबसे बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है। जबलपुर के जिला प्रशासन ने स्कूलों में पढ़ने वाले 7 लाख बच्चों से 240 करोड़ रुपए की अवैध वसूली का खुलासा किया है। इसमें 11 स्कूलों ने 81 करोड़ 30 लाख से ज्यादा फीस की वसूली की है। स्कूलों की ऑडिट रिपोर्ट में भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के सबूत प्रशासन को मिले हैं।
निजी स्कूल मालिकों ने बुक सेलर्स के साथ मिलकर की जा रही इस घोटालेबाजी में 51 लोगों को आरोपी बनाया है। जिसमें 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में जबलपुर के नामचीन स्कूलों के करीब 11 स्कूलों के संचालक भी शामिल हैं, जिन्हें पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया है। मनमानी करने वाले इन स्कूल संचालकों और प्रिंसिपल्स के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा 420, 471 और 472 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। फीस वृद्धि, बुक पब्लिकेशन और स्कूलों की मोनोपोली को लेकर हुए इस बड़े घोटाले में कई और लोगों के शामिल होने की भी बातें सामने आ रही है।

अवैध रूप से वसूली गई फीस होगी वापस-जबलपुर के कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने इसके पहले टीमें गठित कर जबलपुर के स्कूलों से लेकर बुक सेलर्स के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई कराई थी। जिसके बाद रिपोर्ट तैयार की गई और इस रिपोर्ट के आधार पर आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाकर 20 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। कलेक्टर दीपक ने साफ किया है कि अवैध रूप से वसूली गई फीस की वापसी कराई जाएगी। निजी स्कूलों के मालिक बुक पब्लिकेशन से जुड़े लोग और स्कूल के प्रिंसिपल मिलकर इस घोटाले बाजी को बड़े ही शातिर ढंग से अंजाम दिया करते थे। पाठ्य पुस्तकों और स्टेशनरी के विवरण को न सिर्फ सार्वजनिक करने से बचते थे, बल्कि एक क्लास में ज्यादा से ज्यादा सब्जेक्ट की किताबें खरीदने के लिए दबाव बनाते थे। कमीशन बाजी के लिए पब्लिशर हर साल सिलेबस ही बदल दिया करते थे। भारी संख्या में फर्जी और डुप्लीकेट किताबें भी बाजार में बेची जा रही थी। कुछ चुनिंदा बुक सेलर्स से ही यह जानकारी साझा की जाती थी और इस घोटाले को अंजाम देने की योजना तैयार की जाती रही। कई अभिभावकों ने निजी स्कूलों के खिलाफ अनाप-शनाप दामों पर किताबें खरीदने के लिए दबाव बनाने की शिकायतें की थी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।

स्कूल मालिकों को चेतावनी इस पूरे घोटाले में 11 स्कूलों में फर्जी और डुप्लीकेट-आईएसबीएन नंबर की किताबें चलाने की भी बातें सामने आई है। फर्जी आईएसबीएन नंबर की किताब ओपन मार्केट में ना मिलकर कुछ चुनिंदा दुकानों पर ही मिला करती थी। 60% किताबों में और 50 फीसदी स्टेशनरी में मुनाफा कमाया जाता था। अब कलेक्टर ने साफ किया है कि 10% से ज्यादा फीस की वृद्धि बगैर कलेक्टर और जिला समिति की मंजूरी के बिना नहीं हो सकती और हर साल 1 अक्टूबर से पहले सिलेबस का निर्धारण करना होगा। बाकी स्कूलों को अपने स्तर पर सुधार करने की भी चेतावनी दी गई है। स्कूल मालिकों और बुक पब्लिशर्स के द्वारा की जा रही इस घोटालेबाजी का खुलासा करते हुए जबलपुर कलेक्टर ने निजी स्कूल मालिकों को चेतावनी दी है कि जिन्होंने ज्यादा फीस की वसूली की है वे 30 मई तक अभिभावकों को वापस कर दें।

क्राइस्ट चर्च स्कूल के बिशप की भी हुई गिरफ्तारी-इस पूरे फर्जीवाड़े के खेल में सीनेट के अंतर्गत आने वाले क्राइसिस स्कूल के जबलपुर लाइसेंस के बिशप अजय उमेश जेम्स की भी गिरफ्तारी हुई है। बताया जा रहा है कि बिशप अजय उमेश जेम्स शहर से भागने की फिराक में थे, जिन्हें जबलपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है। बिशप अजय उमेश जेम्स, शहरभर में संचालित सभी क्राइस्ट चर्च स्कूल के चेयरमैन भी है।

इस फर्जीवाड़ें मामले में इन 20 लोगों की हुई गिरफ्तारी

बिशप अजय उमेश जेम्स, चेयरमैन, क्राइस्ट चर्च स्कूल
निलेश सिंह,मैनेज, क्राइस्ट चर्च स्कूल सालीवाडा
क्षितिज जैकब, प्रिंसिपल,क्राइस्ट चर्च स्कूल कोएड सालीवाडा
आलोक इंदूराख्या, प्रोपराइटर, न्यू राधिका बुक पैलेस विजय नगर
राम इंदूराख्या, प्रोपराइटर, न्यू राधिका बुक पैलेस विजय नगर
मनमीत कोहली, प्रिंसिपल, स्टेम फील्ड इंटरनेशनल स्कूल
शाजी थॉमस, प्रिंसिपल, क्राइस्ट चर्च बॉयज एंड गर्ल्स स्कूल आईएससी
एम साठे, मैनेजर,क्राइस्ट चर्च बॉयज एंड गर्ल्स स्कूल
सूर्य प्रकाश शर्मा, प्रोपराइटर, चिल्ड्रन बुक हाउस , नौदरा पुल
शशांक श्रीवास्तव, संचालक, चिल्ड्रन बुक हाउस नौदरा पुल
सी एस विश्वकर्मा, एडवाइजर, श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल धनवंतरी नगर
सोमा जॉर्ज, प्रिंसिपल, संत अलासियस स्कूल पॉलिपत्थर।
भरतेश भारिल, सचिव, ज्ञान गंगा आर्किट इंटरनेशनल स्कूल
दीपाली तिवारी,प्रिंसिपल, ज्ञान गंगा आर्किट इंटरनेशनल स्कूल
चितरंगी अय्यर, सीईओ, लिटिल वर्ल्ड स्कूल जबलपुर
सुबोध नेमा, मैनेजर, लिटिल वर्ल्ड स्कूल जबलपुर
परिधि भार्गव, मैनेजर, लिटिल वर्ल्ड स्कूल जबलपुर
अतुल अनुपम इब्राहिम, सदस्य, क्राइस्ट चर्च बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल
एकता पीटर, सदस्य, क्राइस्ट चर्च बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल
ललित सोलोमन, मैनेजर, क्राइस्ट चर्च डाइसेशन स्कूल

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