ट्रांसपोर्टर लगा रहे राशन डीलरों को चूना, महिनों में लाखों रुपए का घोटाला
डिंडोरी, जबलपुर दर्पण ब्यूरो। जिले भर में संचालित लगभग तीन सैंकड़ा से अधिक राशन दुकानों में संबंधित टांसपोर्टर राशन डीलरों को हर महीने लाखों रूपए का चूना लगा रहे हैं। बताया गया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिले भर के पीडीएस दुकानों से गरीब परिवारों को निःशुल्क राशन वितरण किया जाता है, जहां संबंधित ट्रांसपोर्टर राशन दुकानों में कम मात्रा में गेहूं, चावल पहुंचकर रह महिने लाखों रुपए का घोटाला कर रहे हैं। ताजा मामला जिले के समनापुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत के एक गांव में स्थित राशन दुकान से सामने आया है। जहां पिछले कई महीनों से राशन दुकान में कम मात्रा में चावल, गेहूं दिया जाता रहा, खुलासा तब हुआ जब राशन भरे कुछ कट्टी की तोल कि गई। गौरतलब है कि राशन टांसपोर्टर गोदाम से एक्स्ट्रा राशन लेने के बाद भी राशन दुकानों तक नहीं पहुंचते, बारदानो की गिनती के आधार पर ही दुकान संचालकों को राशन देकर लाखों कमा रहे हैं। जानकारी अनुसार चावल, गेहूं के प्रति बारदानो में 50 किलो से कम वजनी ही राशन होती है, वहीं राशन ट्रांसपोर्टर नग गिनती करके प्रति बारदाना पचास किलो के बताकर राशन डीलरों तक पहुंचा देते हैं, जिससे राशन दुकान संचालकों को हर महीने धीरे-धीरे करके घाटा हो रहा है। मामले को लेकर जिम्मेदार ट्रांसपोर्टर गजानंद मरावी से बात की गई, उन्होंने कोई जवाब न देकर मीडिया कर्मियों पर ही भड़क गए, शिकायत करने के बाद भी नहीं डरने की बात कह कर फ़ोन डिस्कनेक्ट कर दिया। जवाब तलाशने कनिष्ठ अधिकारी नितिन जैसवाल से बात की गई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सभी राशन दुकान संचालकों को लगातार हिदायत दी जाती रहती है कि प्रति बारदाने को तोल कर ही लेना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार कि समस्याओं से बचा जा सके।