श्रीमद्भागवत सिखातीं है जीवन जीने की कला: स्वामीनरसिंह दास जी
जबलपुर दर्पण। गुरु की शरण मात्र से जीवन धन्य हो जाता है। गुरु जीवन में उन्नति में बाधक समस्त कंटकों को दूर कर देते हैं।
श्रीकृष्ण जगत के गुरु हैं। भक्ति जहां ज्ञान वैराग्य की ओर ले जाती है वहीं भगवत भक्ति से सांसारिक जीवन सुखमय होता है। श्रीमद्भागवत कथा जीवन जीने की कला के साथ सुख समृद्धि और सफलता के साथ दुःख में भी उत्साह से जीवन जीना सीखतीं है उक्त उद्गार कथा व्यास नरसिंह पीठाधीश्वर डॉक्टर स्वामी नरसिंह दास जी महाराज ने व्यास पीठ से गीता धाम ग्वारीघाट में श्री गुरु पूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा पुराण सप्ताह के प्रथम दिवस कहे।
श्रीमद्भागवत कथा पुराण 14-21 जुलाई तक प्रतिदिन दोपहर 3 बजे प्रारंभ होगी।
इस अवसर पर उपस्थित होकर धर्म लाभ अर्जित करने का आग्रह शरद काबरा, डॉ अजय तिवारी, विजय रमा अग्रवाल,चंद्र शेखर शुक्ल,सुशील पटेल, रमेश शुक्ला, लोकेश अग्रवाल, रमेश पाण्डेय,
रामसेबक पटेल ,रमेश बसेडिया , अभिनव, डॉ कुक्कू तिवारी, राजेन्द्र इंदुलता प्यासी,योगेश, जुगल किशोर श्रीवास्तव, पार्वती पटेल, पूनम दुबे, ममता, पुष्पा पटेल, चंद्र मणि, गीता साहू, संजय मिश्रा, शिव तिवारी,रज्जन बाई पटेल, सुलोचना बाई , प्रवेश खेड़ा, विष्णु पटेल, विध्येश भापकर, जगदीश साहू,राममूर्ति मिश्रा, राजेन्द्र यादव, सहित नरसिंह मंदिर गीता धाम भक्त मंडल ने की है।