दलित बस्तियों से शराब दुकान बंद करने सौंपा ज्ञापन
जबलपुर दर्पण। पूरे प्रदेश में शराब की लत से युवा ग्रसित है उनका भविष्य खतरे में है। प्रदेश के शहरों में शराब के नशे के कारण भी अपराधों में वृद्धि हो रही है।नशा की विकृति समाज मे पैर पसार रही है।महिला के विकाश संरक्षण के लिए सरकार की अनेक योजनाएं चल रही है लाडली बहना योजना की मिलने वाली राशि पुरुषों द्वारा छीन कर शराब पी रहे है पैसे की मांग करते है न देने पर मारपीट करते है जो घरेलू हिंसा का शिकार हो रही है।शराब माफिया घनी दलित रहवास बस्तियों, स्कूल,मन्दिर के नजदीक दुकानों को खोले हुए है।शराब ठेकेदार द्वारा अपने कर्मचारियों से अवैध रूप से बस्तियों में घूम घूम कर शराब बेच रहे है जिस पर अंकुश लगाना बहुत जरूरी है।
आज सेकड़ो की संख्या में महिलाओं ने अंबेडकर चौक पर नारे बाजी करते हुए शराब की दुकानों को शहर की दलित बस्तियों से हटाने की मांग की।
महामहिम राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन एस डी एम महोदय को सौपा।
इस अवसर पर संघर्ष समिति के अशोक रोहितास,जी एस ठाकुर,देवेश चौधरी,एड तरुण रोहितास,मगन सिद्दीकी,एड संदीप शुक्ला,संजय अहिरवार,राकेश चौधरी,सूरज चोधरी, राजेन्द्र चौधरी,आर डी चौधरी, महेंद्र पासी,शेरू अहिरवार,बालकिशन चौधरी, संग्राम सागर,विक्की चोधरी,गोलू जाट,जीवन जाटव,राजेन्द्र जाट,सूरज अहिरवार,भूरा पहलवान,मुन्नीलाल अहिरवार,प्रदीप चोरसिया,लखन अहिरवार,हुमांशु तिवारी,कौशल सोंधिया,अजय गुप्ता, दिनेश कोरी,दीपक चौधरी, विजय प्रजापति,दीपक सोनकर,अभय श्रीवास्तव, रत्नेश श्रीवास,राम यादव,मुकेश पंडा ,अमन,पप्पू यादव उदय रंजीत, रमेश आदि उपस्थित थे।