जबलपुर-पुणे सीधी वायुसेवा की मांग को लेकर संगठन का गठन
जबलपुर दर्पण। जबलपुर से पुणे के लिए सीधी वायुसेवा की मांग को लेकर वायुसेवा संघर्ष समिति ने एक अहम बैठक आयोजित की। बैठक में जबलपुर-पुणे उड़ान सेवा के महत्व पर जोर देते हुए समिति के संयोजक हिमांशु खरे ने बताया कि बड़ी संख्या में जबलपुर के युवा पुणे में अध्ययन और रोजगार के लिए जाते हैं, और व्यापारिक गतिविधियों के लिए भी दोनों शहरों के बीच सीधी कनेक्टिविटी की आवश्यकता है। जबलपुर से पुणे के बीच वर्तमान में सिर्फ एक साप्ताहिक ट्रेन है, जिसमें सीट आरक्षित कराना कठिन होता है, और सड़क मार्ग से यात्रा भी लंबी और कठिन है।
विस्तार और सहयोग के प्रयास
बैठक में यह तय किया गया कि पुणे में निवासरत जबलपुरवासियों को जोड़कर ‘उड़ान जबलपुर पुणे संगठन’ का गठन किया जाएगा। जबलपुर निवासी जसविंदर सिंह मुकर और दर्शन रावल के संयोजन में इस संगठन में पुणे में बसे जबलपुरवासियों को शामिल कर मुहिम को सशक्त किया जाएगा। इस कड़ी में केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री एवं पुणे के सांसद मुरलीधर मोहोल से मिलने का निर्णय लिया गया ताकि जबलपुर-पुणे वायुसेवा के प्रयासों को गति मिल सके।
साथ ही समिति के अरुण पवार, सुनील श्रीवास्तव, राकेश नेमा, और नीता नारंग ने बताया कि अहमदाबाद, चेन्नई, और कोलकाता जैसे अन्य महत्वपूर्ण शहरों से भी जबलपुर को जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।
सांसदों से समर्थन के लिए भेंट का आयोजन
समिति के सदस्यों जितेंद्र पचौरी, दीपक सेठी, प्रकाश राठौड़, आदित्य खरे, और राकेश गिदरोनिया ने बताया कि जबलपुर और आसपास के क्षेत्रों के सांसदों से मुलाकात कर इस संघर्ष में उनका सहयोग प्राप्त किया जाएगा। विंध्य और शहडोल क्षेत्र के सांसदों का समर्थन भी मांगा जाएगा, क्योंकि इन क्षेत्रों के यात्री जबलपुर की वायुसेवा पर निर्भर हैं।