वीरांगना ऊदा देवी पासी जी का 167 वाँ बलिदान दिवस संपन्न
जबलपुर दर्पण। वीरांगना ऊदा देवी पासी जी का 167 वाँ बलिदान दिवस पासी चौक सदर जबलपुर में राष्ट्रीय पासी महासंघ, भारत के तत्वावधान में आयोजित किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनुसुचित जाति एवं जनजाति आयोग, उत्तर प्रदेश सरकार बैजनाथ रावत एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में जबलपुर संसदीय क्षेत्र के यशस्वी सांसद आशीष दुबे ,अतिथि की रूप में रामशंकर भीम,जनपद सदस्य श्रीमती मीरा रावत युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ ताराचंद बावरिया परासिया रहें कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय पासी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद रावत ने की
मुख्य अतिथि माननीय बैजनाथ रावत ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा की -ऊदा देवी और उनके पति मक्का पासी, दोनों नवाब वाजिद अली शाह की सेना में तैनात थे. ऊदा देवी की ड्यूटी बेगम हजरत महल की सुरक्षा में लगी थी. 1857 की जंग शुरू थी. देश में आजादी की अलख जग उठी थी. पति की मौत के बाद वे शोक में नहीं बैठीं. बल्कि उनके अंदर एक ज्वाला उठी.इसी कड़ी में विशिष्ट अतिथि आशीष दुबे ने वीरांगना की चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा की सन 1857 की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में आपने प्राणोंत्सर्ग करने वाले लोगों में ऊदा देवी पासी का स्थान और पराक्रम उल्लेखनीय है,ऊदा देवी लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह की बेगम हजरत महल की सेना का हिस्सा थीं। जब भारत में पहला स्वतंत्रता संग्राम शुरू हुआ तो अंग्रेजों ने लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह भारत से निकाल दिया था। नवाब की अनुपस्थिति में बेगम ने ही हजरत महल का मोर्चा संभाला था। इस दौरान युद्ध में ऊदा देवी ने भी अपनी भूमिका अदा की थी।ऊदा देवी केवल पासी जाति की नहीं पूरे देश का गौरव है
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहें राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद रावत ने बताया कि लखनऊ के सिकंदर बाग चौराहा पर पुरुषों की पोशाक पहने एक महिला की प्रतिमा स्थापित की गई है. यह प्रतिमा वीरांगना ऊदा देवी की स्वतंत्रता संग्राम में दिखाई गई वीरता का प्रतीक है. ऊदा देवी ने 1857 की लड़ाई में अपनी वीरता से कई अंग्रेजों को मौत के घाट उतार दिया. इतिहास के पन्नों में उन्हे भले ही वो स्थान नहीं मिल पाया हो, जितना मिलना चाहिए था. लेकिन लखनऊ और आसपास के इलाकों में आज भी ऊदा देवी की शहादत को याद करते हुए लोग नमन करते हैं.
कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद रावत जी द्वारा अपनी मांगो की सम्बन्ध में मुख्य अतिथि बैजनाथ रावत को राष्ट्रपति एवं मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश की नाम से माँग पत्र भी सौंपा गया
कार्यक्रम हजारों की संख्या में पासी समाज की लोगों की साथ विशेष रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश चन्द्र पासी, राष्ट्रीय महासचिव महिला विंग डॉ. नीलिमा,पार्षद अमरचंद बावरिया, मूलचंद बावरिया फोटोग्राफर, एडवोकेट रूपलाल पासी,एडवोकेट विजय पासी कन्हैया बावरिया नवीन गुजर आशु बावरिया प्रदीप बावरिया सुरेन्द्र पासी किसान बावरिया जीतराम पासी आयुष पासी आशीष पासी अनुज पासी कुणाल पासी रामकुमार बावरिया बाबूलाल बावरिया डॉ कौशल किशोर बावरिया महेंद्र पासी ओम प्रकश गुजर कामता प्रसाद बावरिया विश्वनाथ पासी ललित कैंथवास दयाराम पासी कल्लू पासी की साथ मातृशक्ति श्रीमती चंपा पासी श्रीमती कविता अमरचंद बावरिया पार्षद श्रीमती ज्योति राजकुमार पार्षद एडवोकेट अनीता कैथवास श्रीमती रूपा बावरिया रमा बावरिया संगीता बावरिया उर्मीला बावरिया शांति बावरिया रजनी गुजर इरावती बावरिया ऋतु बावरिया शीला बावरिया अनीता बावरिया सीमा बावरिया वंदना बावरिया एवं तान्या बावरिया कि उपस्थिति उल्लेखनीय रही
मंच संचालन एडवोकेट अनिल बावरिया राष्ट्रीय सचिव द्वारा किया गया अतिथियों का स्वागत नगर अध्यक्ष संजय बावरिया, श्री विजय पासी एवं टीम द्वारा किया गया आभार प्रदर्शन राष्ट्रीय महासचिव गणेश बहोरिया द्वारा किया गया