जबलपुर दर्पणमध्य प्रदेश

हीरन परते की हत्या की न्यायिक जांच की मांग

अवाक्स ने जबलपुर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

आदिवासी बहुजन अधिकार कल्याण संघ (अवाक्स) जबलपुर ने बिछिया के लसरीटोला गांव निवासी हीरन परते (बैगा) की पुलिस द्वारा कथित तौर पर नक्सली बताकर की गई हत्या के विरोध में न्यायिक जांच की मांग उठाई है। इस सिलसिले में संगठन ने सोमवार को घंटाघर कंट्रोल रूम के सामने विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम जबलपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। अवाक्स के पदाधिकारियों ने इस घटना को गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से अनुरोध किया कि घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराई जाए ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो सके। विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने के दौरान अवाक्स के प्रमुख पदाधिकारी देवेश कुमार चौधरी, तेजकुमार भगत, डॉ. बी.एल. झारिया, तरुण रोहितास, एस.पी. मरावी, शिवनाथ चौधरी आलम, बैजनाथ पटेल, कमलेश धपोड़कर, धर्मेंद्र कुशवाहा, डॉ. सत्येंद्र ब्यौहार, शुभम चौधरी, मुकेश बरकडे, सोनेलाल उरेती, प्रमेंद्र धुर्वे, सी.एस. सिरसाठ, जीवन जाटव, एडवोकेट हरीश सिहोते, दीपक चौधरी, अमित साहू, मुनिराम मरावी, डेनियल इब्राहिम, एस.के. प्रधान, राजेश बैगा, प्रकाश नागले, राकेश मून, इंद्रसेन मरावी, ब्रजराज चोखे, दिनेश चौधरी, संजय सेन, योगेश कोल, मनोज भारती, सत्येंद्र उरेती, विजयपाल सिंह मरावी, उमाचरण झारिया, मूलचंद मोरे समेत कई अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया – विरोध प्रदर्शन के बाद कलेक्टर कार्यालय के एक अधिकारी ने ज्ञापन प्राप्त कर प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई के लिए इसे उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। गौरतलब है कि हीरन परते की कथित पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या को लेकर क्षेत्र में आक्रोश है। अवाक्स का कहना है कि यह फर्जी मुठभेड़ का मामला है और इसे दबाने की कोशिश की जा रही है। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द न्यायिक जांच शुरू नहीं की गई, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।

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