खास खबरडिंडोरी दर्पणमध्य प्रदेश

सच्चिदानंद को बनाया गया आश्रम का थानापति,षोडशी कार्यक्रम के बाद हुई नियुक्ति

नंदकिशोर ठाकुर,डिंडोरी ब्यूरो। जिला मुख्यालय डिंडौरी से लगभग 15 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत कुकर्रामठ में स्थित श्री पंच अग्नि अखाड़ा ऋणमुक्तेश्वर धाम के महंत श्री नर्मदा नंद ब्रम्हचारी जी के षोडषी कार्यक्रम के दौरान कुकर्रामठ के ऋणमुक्तेश्वर आश्रम पिछले दिनों शनिवार को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। बताया गया कि ग्राम वासियों व पंच अग्नि अखाड़ा के सदस्यों के द्वारा एक कार्यक्रम किया गया, जहां सनातनी संत समाज में षोडषी कार्यक्रम के उपरांत ही अगले अमरकंटक के एक महंत को आश्रम में नियुक्त किया गया है। इसी तारतम्य में अग्नि पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर ब्रम्ह ऋषि राम कृष्णा नंद जी महाराज,अखाड़ा के महामंत्री श्री महंत शोमेश्वरानंद जी महाराज ,सचिव गण श्रीमहंत नारायण दत्त प्रकाश व श्री महंत निलेश चेतन जी तथा थानापति श्री महंत शुक्लानंद जी , श्रीमहंत चतुर्भुजानंद जी व नर्मदांचल संत मंडल समिति के अध्यक्ष सोमेश्वर गिरी जी , उपाध्यक्ष योगी पंचम नाथ जी , कोषाध्यक्ष योगी सूरज नाथ जी , सचिव महंत दिवाकर पुरी जी , कोतवाल नागा बाबा सुकदेव गिरी जी , ब्रम्हचारी आशुतोष चैतन्य जी , नरेंद्र गिरी जी , शास्त्री जयदीप महाराज सहित डिंडोरी एडवोकेट ऋषिराम दुर्वासा , जगदीश राठौड़ , धनीराम राठौड़, नारायण राठौर सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

– कोविड नियमों को ध्यान में रखकर हुआ कार्यक्रम का आयोजन-जिले के ऐतिहासिक ऋणमुक्तेश्वर मंदिर के आश्रम में लम्बे समय से रह रहे बाबा के ब्रह्मलीन हो जाने के बाद अगला थानापति अमरकंटक के ब्रम्हचारी सच्चिदानंद महाराज को सर्वसम्मति से नियुक्त किया गया है,जिससे आश्रम का समुचित विकास होता रहें।श्रद्धांजलि सभा व भंडारा के दौरान अग्नि पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर राम कृष्णा नंद जी महाराज के सानिध्य में संत समाज व ग्राम के लोगों, जन-प्रतिनिधियों द्वारा ब्रम्हलीन महंत नर्मदा नंद जी को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया साथ ही श्रद्धांजलि के रूप में षोडशी भंडारा का आयोजन मध्य प्रदेश शासन के कोविड गाइड लाइन के पालन करते हुए किया गया। जहां आसपास गांव सहित जिले भर से लोगों ने पहुंचकर श्रद्धांजलि सभा में शामिल होते हुए धर्म लाभ लिया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page