घुघवा स्थित राष्ट्रीय उद्यान में देखें साढ़े छः करोड़ वर्ष पुराने जीवाश्म
डिंडोरी,जबलपुर दर्पण ब्यूरो। मध्य प्रदेश शासन के राज्यपाल मंगूभाई पटेल दो दिवसीय डिंडोरी प्रवास पर हैं, महामहिम राज्यपाल के आगमन को लेकर जिला प्रशासन स्तर से तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। बताया गया कि डिंडोरी प्रवास के दौरान निर्धारित कार्यक्रम के तहत पहले राज्यपाल घुघवा स्थित राष्ट्रीय जीवाश्म। जहां उन्होंने पहुंचकर लगभग साढ़े 6 करोड़ वर्ष पुराने जीवाश्मों का अवलोकन किया। उन्होंने जीवाश्म पार्क में स्थित वनस्पति एवं अन्य प्रकार के जीवाश्म के संबंध में वन विभाग के गाइड से जानकारी ली। उन्होंने राष्ट्रीय उद्यान में स्थित विभिन्न प्रकार के जीवाश्म सहित अन्य तथ्यों के बारे में जानकारी ली। श्री पटेल ने वनस्पति जीवाश्मो के बारे में जानकारी लेते हुए पार्क एवं पार्क के आसपास के क्षेत्र में भी स्थित वनस्पतियों के संबंध में जाना।जीवाश्म निर्माण प्रक्रिया, खोज एवं सरंक्षण के बारे में जाना। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने घुघवा के जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान के जीवाश्मो का उत्सुकता एवं कौतूहल के साथ अवलोकन किया। उन्होंने पार्क प्रबंधन से पृथ्वी के निर्माण से लेकर अलग-अलग काल में होने वाली विभिन्न भौगोलिक एवं भूगर्भिक गतिविधियां का आवधिक अवलोकन किया। श्री पटेल ने जीवाश्मों के निर्माण की प्रक्रिया, जीवाश्म की खोज तथा जीवाश्म के परिरक्षण से संबंधित विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने जीवाश्मो के काल निर्धारण से संबंधित अलग-अलग विधियों के बारे में भी संबंधित स्टाफ से बात भी की।
पार्क में मौजूद विजिटर बुक में लिखे अपने विचार – राज्यपाल श्री पटेल ने जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान भ्रमण के पश्चात पार्क की विजिटर बुक में अपने अनुभवो का उल्लेख किया। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि डिंडोरी प्रवास के दौरान जीवाश्मों के बारे में जानकर प्रसन्नता हुई। उद्यान में जीवाश्मों का संरक्षण एवं संकलित जानकारी सराहनीय है। पार्क भ्रमण करने के बाद श्री पटेल डिंडोरी के लिए रवाना हो गए, जहां वे आगामी कार्यक्रम में शामिल होंगे। गौरतलब है कि श्री पटेल का रात्रि विश्राम वन ग्राम चाड़ा के रेस्ट हाउस में होना तय हुआ है। प्रोटोकॉल के अनुसार जहां आज बुधवार सुबह क्षेत्र के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। महामहिम राज्यपाल के आगमन को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में काफी उत्सुकता देखी जा रही है, घरों को विशेष रंग, रोगन करते हुए गलियों की विशेष ढंग से साफ-सफाई रखी गई है।