राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत 3 लाख 88 हजार बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य

जिला कलेक्टर ने की अपील, बच्चों को पोलियो की दवा जरूर पिलाए
जबलपुर दर्पण नप्र। दो-बूद-जिन्दगी-की पोलियो की बीमारी से बच्चों को बचाने जिले में 27 फर.राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत हो रही हैं। तीन दिन तक चलने वाले अभियान के तहत जिले में 5 वर्ष तक की आयु के 3 लाख 88 हजार बच्चों को पोलियो की दो बूंद दवा पिलाई जायेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार तीन दिवसीय राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ होने जा रहा है। अभियान के पहले दिन पल्स पोलियो बूथ पर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जायेगी। अभियान के सफल संचालन के लिये जिले में कुल 2479 पल्स पोलियो बूथ बनाये गये हैं। इन बूथों पर 4932 वैक्सीनेटर की डियूटी लगाई गई है। पल्स पोलियो अभियान के तहत बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने आंगनवाडी केन्दों को पोलियो बूथ बनाया गया है। साथ ही प्रमुख चौराहो पर वैक्सीन देने टीम तैनात रहेगी। वैक्सीनेटर को अपेक्षित सहयोग एवं पर्यवेक्षण के लिये 310 सुपरवाईजर की डियूटी लगाई गई है। हाई रिस्क एरिया, ईंट भट्टे, स्लम में बच्चों को दवा पिलाने 79 ट्रांजिट टीम बनाई गई है। रेल्वे स्टेशन एवं बस स्टैंड में 83 मोबाईल टीम तैनात की गई है, जो जबलपुर से आने जाने वाली ट्रेन में सवार होकर यात्रा कर रहे बच्चों को पोलियो की दवा पिलायेंगे। इस सभी वैक्सीनेटर टीम के कार्य का पर्यवेक्षण करने जबलपुर शहरी क्षेत्र में सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को एवं ग्रामीण क्षेत्र में सभी सेक्टर मेंडिकल अधिकारी को जोनल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिला कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रत्नेश कुरारिया ने जबलपुर के जागरुक अभिभावकों से की अपील। राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के प्रथम दिवस पर अपने 0 से 5 वर्ष आयु के बच्चों को अपने निकट के पल्स पोलियो बूथ में ले जाकर पोलियो की 2 बूंद दवा पिलाकर जिला प्रशासन को अपेक्षित सहयोग प्रदान करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लिया तैयारियों का जायजा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.रत्नेश कुररिया ने रविवार 27 फर.से प्रारंभ हो रहे तीन दिवसों का राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की तैयारियों एवं शीत श्रृंखला नियमन का आज निरीक्षण किया। इस दौरान जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसएस दाहिया,जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.श्रीमती डी मोहंती एवं डॉ. आदर्श विश्नोई भी मौजूद थे।