सृष्टि के रचियता भगवान श्री विश्वकर्मा जी के पूजन दिवस की धूम

जबलपुर दर्पण। आज सृष्टि के रचियता भगवान श्री विश्वकर्मा जी का पूजन दिवस बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। भगवान श्री विश्वकर्मा के पूजन दिवस को लेकर एक दिन पूर्व से ही संस्कारधानी व ग्रामीण क्षेत्रों में विश्वकर्मा समाज के सामाजिक बंधुओं के द्वारा सांस्कृति व धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। वहीं पूजन दिवस पर आज विभिन्न समिति, संस्थाओं, कारखानों, व्यापारियों के द्वारा भगवान श्री विश्वकर्मा जी का पूजन दिवस बड़ी ही उत्साह व धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। सृष्टि के रचयिता के लिए आज के दिन मजदूर, श्रमिक, इंजीनियर, कारखाने, निर्माण ऐजेंसियों आदि सभी निर्माण से जुड़े हुए कार्य को बंद रखकर भगवान श्री विश्वकर्मा का पूजन दिवस उत्साह के रूप में मनाएंगे।
इस संबंध में जानकारों ने बताया कि श्री विश्वकर्मा जी वैदिक देवताओं में से एक हैं, ऋग्वेद में उन्हें जल, पृथ्वी, प्राणी आदि का निर्माता कहा गया है, अथर्ववेद, वाजनसनेयी संहिता, ब्राहम्णों एवं पुराणों में उनका गौरवपूर्ण उल्लेख है। वाजसनेय संहिता में उन्हें सर्वद्रष्टा प्रजापति भी कहा गया है। शतपथ ब्राहम्ण के अनुसार वे विधाता प्रजापति है, महाभारत एवं पुराणों में श्री विश्वकर्मा को देवताओं का महान शिल्प शास्त्री तथा स्वयांभुव भन्वंतर के शिल्प प्रजापति कहकर गौरवान्वित किया गया है।
भगवान श्री विश्वकर्मा की माता वरस्त्री ने उच्च कोटि की योग साधना की थी और सारे विश्व का भ्रमण किया था। वह इस कारण योगसिद्ध नाम से विख्यात थी। श्री विश्वकर्मा ने अपने माता पिता की कुशाग्र, बुद्धिमता, मूलग्राही , प्रज्ञा एवं त्यागमय जीवन के संस्कार पाये थे, वे कर्मशील और तप:पूत थे, मातुल बृहस्पति के समान से सर्वज्ञाता थे। समाज धारणा के लिए उन्होंने अनेक स्वस्थ व्यवस्थाएं निर्माण की। संयोगवश रचना नामक स्त्री से ही उनका विवाह हुआ था, यह भगवान विष्णु के परम भक्त प्रहलाद की पुत्री थी, रचना श्री विश्वकर्मा के जीवन की आस्था थी। इस लिए विश्वकर्मा शब्द बड़े व्यापक अर्थ में प्रयुक्त है।
श्री विश्वकर्मा महासंगठन मप्र व समस्त विश्वकर्मा समाज के संयुक्त तत्वावधान में श्री विश्वकर्मा भगवान पूजन महोत्सव के उपलक्ष्य में शोभायात्रा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी शनिवार को शाम 4 बजे से झांकियों व बैण्ड के साथ आजाद पैलेस, डीएन जैन मंदिर से प्रारंभ होकर मालवीय चौक, तुलाराम चौक, करमचंद चौक, अंधेरदेव से बड़ा फ ुहारा से लार्डगंज, सुपर मार्केट होते हुए वापस मालवीय चौक से होते हुए आजाद पैलेस में समाप्त होगी। इस कार्यक्रम का आयोजन श्री विश्वकर्मा महासंगठन मप्र, सहयोगी समितियां, सहयोगी संगठन, महिला मातृ शक्ति परिषद्, महिला संगठन समिति के संयुक्त नेतृत्व में सामाजिक बंधुओं, धर्मगुरूओं, राजनेताओं एवं उद्योगपतियों की उपस्थिति में पूजन पाठ करके प्रारंभ होगी। कार्यक्रम में उपस्थिति की अपील महासंगठन के अध्यक्ष राम बाबू विश्वकर्मा, हरीराम विश्वकर्मा मासाब, एड रविन्द्र विश्वकर्मा, शरद विश्वकर्मा, विनोद विश्वकर्मा, के के विश्वकर्मा, महेश विश्वकर्मा, बी पी विश्वकर्मा, कमलेश विश्वकर्मा, अजय विश्वकर्मा, उमाशंकर, मोहन, ओ पी विश्वकर्मा, अजय शर्मा, सुदेश विश्वकर्मा, राजेन्द्र विश्वकर्मा, बबीता नागपुरे, उमा विश्वकर्मा, शिवकली मालवीय एवं समस्त विश्वकर्मा समाज के सामाजिक बंधुओं से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की गई है।