फसल क्षति का आंकलन कर किसानों को अविलंब मुआवजा दे शासन –तरुण भनोत
जबलपुर दर्पण | विदित हो कि पिछले दिनों जबलपुर एवं आसपास हुए बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि के कारण खेतों में लगी गेहूं, चना, सरसों एवं दलहन के फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है | जबलपुर जिलें के लगभग सभी ग्रामीण अंचलों जिनमे पाटन, शहपुरा, कुंडम, बरेला, मझौली आदि में ओलावृष्टि के कारण सैकड़ों एकड़ में लगे गेहूं एवं अन्य फसलों को भारी क्षति पहुंची हैं | गौरतलब है कि ओले पड़ने से जहां गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई है वहीं कटकर खेतों में रखी चने व अन्य दलहन की फसल को भी नुकसान होने की संभावना हैं | किसानों की मेहनत पर बे-मौसम पानी गिरने से उनके माथे में चिंता की लकीरें खींच गई है | उक्ताशय के उद्गार पूर्व वित्त मंत्री एवं जबलपुर पश्चिम से विधायक श्री तरुण भनोत ने किसानों की बर्बाद हुए फसल के क्षति आंकलन एवं उचित प्रदान करने के संबंध में मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री को प्रेषित पत्र के माध्यम से व्यक्त किया गया है | श्री भनोत ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को प्रेषित पत्र में बताया कि बेमौसम बारिश और इस प्राकृतिक आपदा से जहां एक तरफ हमारे उत्पादन पर गहरा असर पड़ेगा वही सीमांत किसान जो पूरी तरीके से कृषि जैसे कार्यों पर निर्भर है, उनपर इस प्राकृतिक आपदा से दोहरी मार पड़ेगी | इस घटना के बाद किसानों में बेचैनी व्याप्त है और यदि समय पर बर्बाद फसल के क्षति का आंकलन कर उन्हे उचित मुआवजा प्रदान नही किया गया तो आने वाले दिनों में किसानों को बेहद कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा | श्री भनोत ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं कृषि मंत्री श्री कमल पटेल को प्रेषित पत्र के माध्यम से आग्रह किया है कि कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किए जाएं कि वे वातानुकूलित कमरों में बैठकर किसानों के क्षति का आंकलन करने के बजाए ऐसे सभी प्रभावित क्षेत्रों में सघन दौरा कर नुकसान का निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाये ताकि बर्बाद हुए फसल का सही आंकलन हो सके और पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा प्रदान किया जा सके |