पांच वर्ष बाद शहर आए श्रीश्री के स्वागत में उमड़ी संस्कारधानी
जबलपुर दर्पण। 180 से भी अधिक देशों में मानव विकास के साथ ही आध्यात्मिक विकास में लगी हुई संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता और संस्थापक आध्यात्मिक गुरु पद्म विभूषित परम पूज्य श्री श्री रविशंकर जी का गुरुवार को ठीक ५ वर्षों बाद पुन: नगरागमन हुआ तो डुमना विमानतल पर हजारों की संख्या में एकत्रित श्रद्धालुओं ने उनका आत्मीय अभिनंदन किया। शाम करीब 7:30 बजे डुमना विमानतल पर पहुँचे श्रीश्री का स्वागत के लिए आर्ट ऑफ लिविंग के साधकों सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित थे। चिर परिचित मुस्कान के साथ उन्होंने सभी श्रद्धालुओं का अभिनंदन स्वीकार किया, किसी ने गुलाब भेंट किए, किसे ने गुलदस्ते तो किसी ने पुष्पहार और पुष्पवर्षा का उनका अभिनंदन किया। डुमना विमानतल पर श्रीश्री के स्वागत के लिए आर्ट ऑफ लिविंगr संस्था के नवीन बरसाइयाँ, स्टेट मीडिया कोऑर्डिनेटर ऋतु राज असाटी, आशीष पटेल, ललित बक्षी, राकेश चौबे विशेष रूप से उपस्थित थे। ज्ञात हो कि श्रीश्री गुरुवार से 27 मार्च तक मध्य प्रदेश प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वे जबलपुर के बाद इंदौर जाएंगेे। श्री श्री के मध्य प्रदेश प्रवास का शुभारंभ संस्कारधानी जबलपुर से गुरुवार को हुआ। शुक्रवार को वे चैत्र मास की पावन बेला में शहर में सर्वप्रथम लम्हेटाघाट, गोपालपुर के समीप सुबह ८ बजे नर्मदेश्वर शिव की प्राण प्रतिष्ठा करेंगें। इस कार्यक्रम में शहर के सभी श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं। भगवान नर्मदेश्वर शिव के कृपा पात्र बनने के साथ ही श्रीश्री के सत्संग में सहभागी बन उनका सानिध्य एवं दर्शन लाभ लेने का संस्था ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है। इस कार्यक्रम के पश्चात शाम ५ बजे श्रीश्री तिलवारा स्थित, होटल शॉन एलिजे में ज्ञान के मोती कार्यक्रम में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम पंजीयन आधारित है इस कार्यक्रम में सहभागी बनने पूर्व में पंजीयन अनिवार्य है।