जबलपुर की वायुसेवा सुचारु करने 19 तारीख को धरना
जबलपुर दर्पण। जबलपुर को वायु सेवा के राष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करने तथा पूर्व की भांति अन्य शहरों से सीधी वायु सेवा से जोड़ने हेतु संघर्षरत वायुसेवा संघर्ष समिति द्वारा आगामी 19 जुलाई शुक्रवार के दिन सांकेतिक धरना किया जा रहा है। एक जानकारी में समिति संयोजक हिमांशु खरे ने बताया कि विगत तीन माह से अधिक हो गए हैं जबकि जबलपुर की वायु सेवाओं को सुचारु करने आंदोलन किया जा रहा है। इसके तहत जबलपुर मुंबई सीधी वायु सेवा तथा आगामी 1 सितंबर को जबलपुर बेंगलुरु सीधी वायु सेवा जबलपुर को प्राप्त हुई है लेकिन समिति की अन्य प्रमुख मांग जिसमें जबलपुर पुणे, जबलपुर चेन्नई, जबलपुर अहमदाबाद की वायु सेवाएं हैं उन पर संबंधित विभागों ने कोई भी कार्यवाही नहीं की है।
जबलपुर का समग्र आर्थिक विकास तभी संभव है जब जबलपुर भारत के प्रमुख शहरों से वायु सेवा से जुड़े।
संघर्ष समिति की गीता शरत तिवारी, डॉक्टर पी जी नाजपांडे, बलदीप मैनी, बसंत मिश्रा ने बताया की जबलपुर में वायुसेवाओं के लिए बेतहाशा संभावनाएं हैं, कमी है तो सिर्फ इच्छा शक्ति की जिससे जबलपुर अभी तक अन्य शहरों की अपेक्षा पिछड़ता जा रहा है। समिति के हेमराज अग्रवाल, मनु शरत तिवारी, हिमांशु राय, अरुण पवार, दीपक सेठी, प्रीति चौधरी, प्रकाश राठौर, राजेंद्र मिश्रा, राजीव श्रीवास्तव, राज किशोर, पूजा सोनी, अरुण विश्वकर्मा, आदि ने इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जबलपुर में कोई भी निवेश तभी आकर्षित हो सकता है जब जबलपुर वायु मार्ग से भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ सके। उन्होंने बताया कि यह सही अवसर है जबकि जबलपुर एवं प्रदेश शासन आवश्यक पहल करते हुए निजी विमानन कंपनियां से वार्ता कर उन्हें जबलपुर की क्षमताओं के बारे में बताए ताकि वह इस लाभदायक रूट पर आकर्षित हो सकें।
वायुसेवा संघर्ष समिति द्वारा आयोजित 19 तारीख के धरने पर प्रदेश शासन से यह मांग की जाएगी कि वह पूर्व की भांति जबलपुर को उसका खोया हुआ सम्मान वापस दिलाए तथा सीधी वायु सेवा से भारत के प्रमुख शहरों से जोड़ने प्रयास करें। समिति ने सभी जनमानस से आग्रह किया है कि वह अधिकाधिक संख्या में धरना स्थल पर पहुंचकर धरने को सफल बनाएं।