लक्ष्य प्राप्ति के लिए सुमार्ग पर चलना आवश्यकछात्रों को करना चाहिए हनुमंत आराधना
जबलपुर दर्पण । वर्तमान समय में युवाओं को हनुमान से त्वरित निर्णय क्षमता विकसित करने का ज्ञान लेना चाहिए, सकारात्मक परिणाम के लिए हरिनाम स्मरण करते हुए कार्यों का संपादन करना चाहिए। मां से लिए संस्कार ही बच्चों को उन्नति पथ पर अग्रसर करते हैं क्योंकि माता अंजना के संस्कारो से ही हनुमान जी को राम से मिलने में सहायक हुए,आज हर मां को बच्चों को लक्ष्य प्राप्ति के लिए सुमार्ग पर चलने प्रेरित करना चाहिए जिससे बच्चे राष्ट्र निर्माण में सहायक होंगे। गुरूओ को भी छात्र को बल बुद्धि विद्या देने हनुमान जी के मार्ग पर चलने की शिक्षा देना चाहिए क्योंकि हनुमान जी ने समय काल परिस्थितियों के अनुसार आचार विचार और व्यवहार में बदलाव करते हुए सदैव विजय लक्ष्य को प्राप्त किया है । बच्चों को हनुमंत आराधना करने से बुध्दि के साथ बलिष्ठ शरीर भी मिलता है
उक्त उद्गार हनुमान सुर्य प्रसंग, किष्किन्धाकाण्ड सुग्रीव बालि प्रसंग, हनुमान राम मिलन की व्याख्या करते हुए श्री दिलीप महाजन ने हनुमान कथा में कहे।
संस्कारधानी जबलपुर में पितृपक्ष के अवसर पर परम पूज्य श्री गोविन्द देव गिरी जी महाराज के कृपापात्र, लेखक चिंतक विचारक श्री दिलीप महाजन ने श्री हनुमान कथा में श्री सत्संग सभा यादव कालोनी के तत्वावधान में प्रज्ञा मंडपम यादव कालोनी मेहता पेट्रोल पंप के पीछे व्यास पीठ से हनुमान जी चरित्र की विस्तृत व्याख्या की।
पुणे महाराष्ट्र से पधारे कथा व्यास श्री दिलीप महाजन श्री रघुवीर समर्थ रामदास जी के भक्त और अनेक पुस्तकों के रचयिता, प्रकाशक हैं, जबलपुर में 26 वीं मध्य प्रदेश में पहली कथा है।
श्री हनुमान पोथी, व्यासपीठ पूजन श्री सत्संग सभा के
वरिष्ठ समर्थ भक्त सुरेश तोपखाने वाले,डा स्वाति सदानंद गोडबोले, संतोष गोडबोले,विजय भावे, प्रतिभा विध्येश भापकर, शरद आठले, राकेश ताम्हणकर, रोहिणी बेहरे,
शैलेंद्र सिंह,
निलिमा सुभाष देशपांडे, प्रेरणा हेमंत पोहरकर, रंजना भास्कर वर्तक, राजेश तोपखाने वाले, सतीश चौहान,
श्रीकांत भुसारी, तरूण सोनोने, विवेक मैराल,संजय आपटे सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।