शहर में पैगंबर पर बनी फिल्म का विरोध।
सुन्नी युवा शक्ति आतंकवाद विरोधी संगठन ने प्रशासन को सौंपा ज्ञापन।
जबलपुर। इस्लाम में मूर्ति पूजा या तस्वीरों के लिए कोई जगह नहीं है। यही वजह है कि इस्लाम के पैगंबर हो पर कभी कोई तस्वीर भी नहीं बनती। लेकिन ईरान के एक फिल्म निर्देशक मजीद मजीदी ने मोहम्मद द मैसेंजर ऑफ गॉड के नाम से एक फिल्म बनाई। उसका उस वक्त भी विरोध हुआ था। लेकिन अब यह फिल्म भारत में आ रही है। फिल्म 21 जुलाई को इंटरनेट के माध्यम से रिलीज होने जा रही है। यूट्यूब पर उसका ट्रेलर चल रहा है इसे देखते हुए पूरे देश में विरोध हो रहा है क्योंकि पैगंबर मोहम्मद के ऊपर फिल्म नहीं बननी चाहिए ऐसा सुन्नी युवा शक्ति का मानना है। इस विषय को लेकर फिल्म पर रोक लगाने के आशय का ज्ञापन लेकर सुन्नी युवा शक्ति संगठन शहर के घंटाघर स्थित तिराहे पर तहसीलदार महोदय को ज्ञापन सौंपा और प्रशासन को अपनी चिंताओं से अवगत कराया। मोहम्मद शाहिद खान और उनके साथियों के साथ सौंंपते गए इस ज्ञापन में सूचना प्रसारण मंत्रालय, गृहमंत्री, राज्यपाल मुख्यमंत्री को भी इसी आशय का ज्ञापन सौपे गए हैं।