समस्याओं के निवारण हेतु श्रमिकों ने उठाई आवाज

भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक संघ जबलपुर ने किया नेतृत्व
जबलपुर।। इस वक्त पूरा मानव समुदाय विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। इस दौरान आवश्यकता है हम सभी को एक दूसरे की एक दूसरे की सहायता करने की। किंतु इस दौरान भी हमारे श्रमिक परेशान हैं और अपनी समस्याओं के समाधान के लिए जूझ रहे हैं। भवन एवं अन्य श्रमिक निर्माण संघ के जबलपुर संभाग एक इकाई ने श्रमिकों की इन समस्याओं को प्रशासन के सामने रखा। डिप्टी कलेक्टर मेघा पवार को अपनी मांगों के संदर्भ में ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर महामंत्री घनश्याम चक्रवर्ती ने बताया कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस शासनकाल के दौरान सत्यापन के नाम पर 1,48,000 भवन एवं अन्य निर्माण के पात्र श्रमिकों और संबल योजना में पंजीकृत लाखों पात्र श्रमिकों के पंजीयन निरस्त कर दिए गए थे। जिन्हें पुनः वैध किया जाना चाहिए। कोविड-19 के दौरान दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि जारी करनी चाहिए। समस्त निर्माण श्रमिकों का पंजीयन किया जाए और उसके लाभ देने की समय सीमा सुनिश्चित हो। सभी निर्माण श्रमिकों के लिए राष्ट्रीय पहचान पत्र उपलब्ध कराया जाए। सभी जगह निर्माण श्रमिकों के लिए निवास और राशन की व्यवस्था हो। कल्याण मंडल की निधि पर मंडल का ही पूरा अधिकार होना चाहिए और किसी भी तरह के भ्रष्टाचार पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। कल्याण बोर्ड में श्रमिक संगठन का प्रतिनिधि अनिवार्य रूप से हो और अध्यक्ष भी एक संगठन से ही होना चाहिए। निर्माण श्रमिकों के लिए स्वचालित चिकित्सा सेवा की व्यवस्था की जानी चाहिए। प्रवासी मजदूरों की समस्या का जल्द से जल्द निराकरण किया जाना चाहिए। मजदूरों की आर्थिक, सामाजिक और मानसिक दशा विषम होती जा रही है। इस विषय में प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर श्रीमती अनुसूया रजक, श्रीमती दुर्गा कोल, श्रीमती आरती ठाकुर एवं फूलचंद कोल उपस्थित रहीं।