बेटियों से दरिंदगी कब तक?
एन.एस.यू.आई. ने किया राहुल गांधी प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी।
जबलपुर। यह बड़ी विडंबना है और कहीं ना कहीं से जिन्होंने और विभक्त पाप के लिए समाज भी दोषी है जहां दरिंदों के लिए मानवाधिकार हैं कानूनी अधिकार हैं कानूनी सलाहकार है और कानूनी मददगार हैं वही पीड़ित के इंसाफ के लिए सिर्फ कानूनी प्रावधान है और उनकी पालना के नाम पर इंतजार इंतजार और इंतजार है।
बेटियों की सुरक्षा के लिए हमने कई कानून बनाए मगर इसके बावजूद भी समाज में वह माहौल नहीं बना पाया जहां बेटियां आश्वस्त होकर सुरक्षा की सांस ले सकें ना ही ऐसा करने वाले दरिंदों के मन में वह खौफ पैदा कर पाए जिससे कि इस घिनौने अपराध के बारे में सोचने से भी लोग परहेज करें। कहीं ना कहीं इसके दोषी हम सब और इस बात का दंड हम सब को भुगतना होगा।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के अमित सोनकर एवं रघु तिवारी ने यह प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया है कि हाथरस की पीड़िता के परिजनो से मिलने जा रहे श्री राहुल गांधी व प्रियंका गांधी को यूपी की भाजपा सरकार के ईशारे पर जिस तरह से पुलिस ने बलपूर्वक ज़बर्दस्ती रोका, उनके साथ धक्का मुक्की की गयी, अभद्र व्यवहार किया गया, वो बेहद आपत्तिजनक व निंदनीय है।
एक तरफ़ भाजपा शासित राज्यों में बहन- बेटियों के साथ दरिंदगी की घटनाएँ निरंतर घट रही है, उन्हें इंसाफ़ नहीं मिल रहा है, आरोपियों को बख्शा जा रहा है, वही दूसरी तरफ़ उनके परिजनो से मिलने जा रहे कांग्रेस नेताओ को बलपूर्वक रोका जा रहा है।
हाथरस की घटना पूरे देश के माथे पर कलंक है। पूरे देश ने देखा कि किस प्रकार आधी रात में परिजनो को बताये बग़ैर पीड़िता का धार्मिक भावनाओं के विपरीत अंतिम संस्कार किया गया। किस प्रकार पीड़िता न्याय की उम्मीद से अस्पताल में जीवन- मृत्यु से संघर्ष करती रही और यूपी सरकार बेख़बर बनी रही और जब आज राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीड़िता के परिवार से मिलना चाहते है, सांत्वना देना चाहते है तो उन्हें रोका जा रहा है।
यूपी सरकार की इस तानाशाही का कांग्रेस विरोध करेगी।
इसी मुद्दे को लेकर आज जबलपुर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के द्वारा घमापुर पांडे हॉस्पिटल के सामने मोदी एवं योगी के पोस्टर जलाकर विरोध किया गया
प्रदर्शन के दौरान अमित सोनकर, रघु तिवारी ,रिजवान अली कोटी, सागर शुक्ला, एंड्रियाज मसीह, आयुष चौधरी,अदनान अंसारी एवं सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे