ज्योतिष दर्पण

दैनिक राशिफल-दिनाँक-: 14/08/2021,शनिवार षष्ठी, शुक्ल पक्ष श्रावण

दिनाँक-: 14/08/2021,शनिवार
षष्ठी, शुक्ल पक्ष श्रावण
“”””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि————– षष्ठी 11:50:28 तक
पक्ष————————- शुक्ल
नक्षत्र———— चित्रा 06:54:52
नक्षत्र————स्वाति 29:43:05
योग—————–शुभ 11:10:29
करण————– तैतुल 11:50:28
करण—————- गर 22:51:33
वार————————-शनिवार
माह————————–श्रावण
चन्द्र राशि———————–तुला
सूर्य राशि———————- कर्क
रितु—————————- वर्षा
आयन——————- दक्षिणायण
संवत्सर————————प्लव
संवत्सर (उत्तर)——— आनंद
विक्रम संवत—————- 2078
विक्रम संवत (कर्तक) —–2077
शाका संवत—————– 1943

रीवा
सूर्योदय————— 05:50:30
सूर्यास्त—————– 18:56:47
दिन काल————– 13:06:17
रात्री काल————- 10:54:13
चंद्रोदय—————— 11:17:15
चंद्रास्त—————- 22:52:50

लग्न—-कर्क 27°18′ , 117°18′

सूर्य नक्षत्र—————– आश्लेषा
चन्द्र नक्षत्र——————– चित्रा
नक्षत्र पाया——————-रजत

🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩

री—- चित्रा 06:54:52

रू—- स्वाति 12:37:37

रे—- स्वाति 18:19:53

रो—- स्वाति 24:01:42

ता—- स्वाति 29:43:05

💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= कर्क 27°32 ‘ अश्लेषा , 4 डो
चन्द्र = तुला 06°23 ‘ चित्रा , 4 री
बुध = सिंह 09°57 ‘ मघा ‘ 3 मू
शुक्र= कन्या03°55, उ o फा o ‘ 2 टो
मंगल=सिंह 15°30 ‘ पू o फा o ‘ 1 मो
गुरु=कुम्भ 03°30 ‘ धनिष्ठा , 4 गे
शनि=मकर 15°43 ‘ श्रवण ‘ 2 खू
राहू=(व)वृषभ 12°50’ रोहिणी , 1 ओ
केतु=(व)वृश्चिक 12°50 अनुराधा , 3 नु

🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩

राहू काल 09:07 – 10:45 अशुभ
यम घंटा 14:02 – 15:40 अशुभ
गुली काल 05:51 – 07:29 अशुभ
अभिजित 11:57 -12:50 शुभ
दूर मुहूर्त 07:35 – 08:28 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
काल 05:51 – 07:29 अशुभ
शुभ 07:29 – 09:07 शुभ
रोग 09:07 – 10:45 अशुभ
उद्वेग 10:45 – 12:24 अशुभ
चर 12:24 – 14:02 शुभ
लाभ 14:02 – 15:40 शुभ
अमृत 15:40 – 17:19 शुभ
काल 17:19 – 18:57 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:57 – 20:19 शुभ
उद्वेग 20:19 – 21:40 अशुभ
शुभ 21:40 – 23:02 शुभ
अमृत 23:02 – 24:24* शुभ
चर 24:24* – 25:46* शुभ
रोग 25:46* – 27:07* अशुभ
काल 27:07* – 28:29* अशुभ
लाभ 28:29* – 29:51* शुभ

💮होरा, दिन
शनि 05:51 – 06:56
बृहस्पति 06:56 – 08:02
मंगल 08:02 – 09:07
सूर्य 09:07 – 10:13
शुक्र 10:13 – 11:18
बुध 11:18 – 12:24
चन्द्र 12:24 – 13:29
शनि 13:29 – 14:35
बृहस्पति 14:35 – 15:40
मंगल 15:40 – 16:46
सूर्य 16:46 – 17:51
शुक्र 17:51 – 18:57

🚩होरा, रात
बुध 18:57 – 19:51
चन्द्र 19:51 – 20:46
शनि 20:46 – 21:40
बृहस्पति 21:40 – 22:35
मंगल 22:35 – 23:29
सूर्य 23:29 – 24:24
शुक्र 24:24* – 25:18
बुध 25:18* – 26:13
चन्द्र 26:13* – 27:07
शनि 27:07* – 28:02
बृहस्पति 28:02* – 28:56
मंगल 28:56* – 29:51

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

6 + 7 + 1 = 14 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

💮 शिव वास एवं फल -:

6 + 6 + 5 = 17 ÷ 7 = 3 शेष

वृषभारूढ़ = शुभ कारक

🚩भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮

* सर्वार्थसिद्धि योग 6:55 से

*अखण्ड भारत स्मृति दिवस

*अश्वरथ मारुति पूजन

💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮

लुब्धानां याचकः शत्रुमूर्खाणां बोधको रिपुः ।
जारस्त्रीणां पतिः शत्रुश्चौराणां चन्द्रमा रिपुः ।।
।।चा o नी o।।

भिखारी यह कंजूस आदमी का दुश्मन है. एक अच्छा सलाहकार एक मुर्ख आदमी का शत्रु है.
वह पत्नी जो पर पुरुष में रूचि रखती है, उसके लिए उसका पति ही उसका शत्रु है.
जो चोर रात को काम करने निकलता है, चन्द्रमा ही उसका शत्रु है.

🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩

गीता -: कर्मविज्ञानयोग अo-07

ये चैव सात्त्विका भावा राजसास्तामसाश्चये ।,
मत्त एवेति तान्विद्धि न त्वहं तेषु ते मयि ॥,

और भी जो सत्त्व गुण से उत्पन्न होने वाले भाव हैं और जो रजो गुण से होने वाले भाव हैं, उन सबको तू ‘मुझसे ही होने वाले हैं’ ऐसा जान, परन्तु वास्तव में (गीता अ. 9 श्लोक 4-5 में देखना चाहिए) उनमें मैं और वे मुझमें नहीं हैं॥,12॥,

💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
पूजा-पाठ में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। लाभ के अवसर मिलेंगे। प्रसन्नता रहेगी। कुछ मानसिक अंतर्द्वंद्व पैदा होंगे। पारिवारिक उलझनों के कारण मानसिक कष्ट रहेगा। धैर्य एवं संयम रखकर काम करना होगा। यात्रा आज न करें।

🐂वृष
पुराना रोग उभर सकता है। चोट व दुर्घटना से बचें। वस्तुएं संभालकर रखें। बाकी सामान्य रहेगा। व्यापार-व्यवसाय सामान्य रहेगा। दूरदर्शिता एवं बुद्धि चातुर्य से कठिनाइयां दूर होंगी। राज्य तथा व्यवसाय में सफलता मिलने के योग हैं। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी।

👫मिथुन
राजमान प्राप्त होगा। नए अनुबंध होंगे। नई योजना बनेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। कार्य में व्यय की अधिकता रहेगी। दांपत्य जीवन में भावनात्मक समस्याएं रह सकती हैं। व्यापार में नए अनुबंध आज नहीं करें।

🦀कर्क
कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। धनार्जन होगा। संतान के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। परिवार के सहयोग से दिन उत्साहपूर्ण व्यतीत होगा। योजनानुसार कार्य करने से लाभ की संभावना है। आर्थिक सुदृढ़ता रहेगी। बेचैनी रहेगी। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है।

🐅सिंह
लेन-देन में सावधानी रखें। बकाया वसूली के प्रयास सफल रखें। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कानूनी मामले सुधरेंगे। धन का प्रबंध करने में कठिनाई आ सकती है। आहार की अनियमितता से बचें। व्यापार, नौकरी में उन्नति होगी।

🙍‍♀️कन्या
ऐश्वर्य पर व्यय होगा। स्वास्थ्‍य कमजोर रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। राजकीय कार्य में परिवर्तन के योग बनेंगे। आलस्य का परित्याग करें। आपके कामों की लोग प्रशंसा करेंगे। व्यापार लाभप्रद रहेगा। नई कार्ययोजना के योग प्रबल हैं।

⚖️तुला
रोजगार मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। नौकरी में अधिकार बढ़ेंगे। व्यावसायिक समस्या का हल निकलेगा। नई योजना में लाभ की संभावना है। घर में मांगलिक आयोजन हो सकते हैं। जीवनसाथी से संबंध घनिष्ठ होंगे।

🦂वृश्चिक
यात्रा सफल रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय में उन्नति के योग हैं। वाणी पर संयम आवश्यक है। जीवनसाथी से मदद मिलेगी। सामाजिक यश-सम्मान बढ़ेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

🏹धनु
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। पारिवारिक उन्नति होगी। सुखद यात्रा के योग बनेंगे। स्वविवेक से कार्य करना लाभप्रद रहेगा।

🐊मकर
पुराना रोग उभर सकता है। शोक समाचार मिल सकता है। भागदौड़ रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। अधूरे कामों में गति आएगी। व्यावसायिक गोपनीयता भंग न करें। गीत-संगीत में रुचि बढ़ेगी। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।

🍯कुंभ
पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। मान बढ़ेगा। स्वजनों से मेल-मिलाप होगा। नौकरी में ऐच्छिक पदोन्नति की संभावना है। किसी की आलोचना न करें। खानपान का ध्यान रखें। आर्थिक संपन्नता बढ़ेगी।

🐟मीन
भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बेरोजगारी दूर होगी। लाभ होगा। मान-प्रतिष्ठा में कमी आएगी। कामकाज में बाधाएं आ सकती हैं। कर्मचारियों पर व्यर्थ संदेह न करें। आर्थिक तंगी रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य कमजोर होगा।

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आचार्य.सत्यप्रकाश त्रिपाठी
श्रीमद्भागवत ज्योतिषाचार्य एवं पुराणाचार्य
वाराणसी उ.प्र
सम्पर्क सूत्र.8839453431,9669150852

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