केन्द्रीय जेल जबलपुर में बंदियों के लिये स्वरोजगार हेतु स्पेशल प्रोजेक्ट की शुरूआत

जबलपुर दर्पण। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, केन्द्रीय जेल जबलपुर में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम, नई दिल्ली द्वारा शुरू किया गया प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत एक नया अध्याय और जुड़ गया। जिसमें बंदियों के लिये स्पेशल जेल प्रोजेक्ट के अंतर्गत वेज इम्पलॉयमेंट फॉर इनमेट्स की शुरूआत की गई। इस उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि मनोहर वर्मा, सेवानिवृत्त डी.आई.जी. पुलिस सपत्नीक उपस्थित रहे तथा राष्ट्रीय कौशल विकास निगम, नई दिल्ली के प्रतिनिधि के रूप में सुश्री बिन्दु बादल उपस्थित रहीं। विदित हो कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रारंभ किये गये कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत पांच विधाओं में अबतक 400 बंदियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है तथा इस कार्यक्रम का विस्तार करते हुए केन्द्रीय जेल जबलपुर में 1000 बंदी, केन्द्रीय जेल सतना में 500 बंदी एवं केन्द्रीय जेल रीवा में 500 बंदियों के प्रशिक्षण का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। जेल में कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर बंदियों द्वारा निर्मित झाँकी तथा भजन-कीर्तन से सम्पूर्ण जेल का वातावरण श्रीकृष्णमय हो गया। इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए सेवानिवृत्त डी.आई.जी. पुलिस मनोहर वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि- इस जेल में जेल अधीक्षक ताम्रकार द्वारा बंदियों के हितार्थ चलाये जा रहे इस कौशल उन्नयन कार्यक्रम का बंदियों के केवल रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का अवसर नहीं बनेगा अपितु उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाकर अच्छे आचरण की ओर प्रेरित करेगा।