अध्यात्म/धर्म दर्पणखेल दर्पणजबलपुर दर्पणमध्य प्रदेश

हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर अनुराधा पोडवाल भजन संध्या में भक्ति गीतों की अनुपम प्रस्तुतियां आज

जबलपुर दर्पण। न केवल संस्कारधानी बल्कि महाकोशल के लिए ये सुखद सौभाग्य का विषय है कि आज देश की प्रख्यात गायिका अनुराधा पोडवाल प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से हमारे बीच उपस्थित हैं। अनुराधा जी ने धार्मिक भजनों और गीतों की गायकी में जो ख्याति अर्जित की है,उसे शब्दों में वर्णित नहीं किया जा सकता। अनुराधा जी के जबलपुर आगमन से हम सब कृतार्थ हैं, उन्होंने हमारा मनोबल बढ़ाया है,जिसके लिए हम उनके कोटि कोटि आभारी हैं। जैसा कि सर्वविदित है कि अनुराधा जीआज सायं हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर पाटन बायपास के निकट विदित सिग्नेचर टाऊनशिप के विशाल परिसर में विराजे श्री चिन्तामणि हनुमान जी के श्री चरणों में आयोजित भजन संध्या में भक्ति गीतों की अनुपम प्रस्तुतियां देंगी। कार्यक्रम शाम 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक अनवरत जारी रहेगा। अनुराधाजी की बेहद शानदार आवाज़ में भक्ति गीतों को सुनना अलग ही अनुभव होगा। हनुमानजी के भव्य जन्मोत्सव पर अन्य विविध धार्मिक आयोजन भी संपन्न होंगे,जिनमें नगर के सभी धर्मावलंबियों की उपस्थिति प्रार्थनीय है।
यहाँ यह बताना अनिवार्य है कि विदित सिग्नेचर टाउनशिप के विशाल परिसर में स्थापित श्री चिन्तामणि हनुमान मंदिर अपने आप में कई विशेषताओं को समेटे हुए है। विदित सिग्नेचर टाउनशिप द्वारा इस मंदिर की स्थापना किसी पहाड़ी के रूप में की गई है, जिससे मंदिर के दर्शन अत्यंत मनोरम हो जाते हैं। चिन्तामणि महाराज की प्रतिमा का आकर्षण भक्तों को यहां बार बार आने के लिए प्रेरित करता है। एक बार दर्शन करने बाद भक्त बार बार दर्शन को लालायित रहते हैं। ऐसी विशिष्ट प्रतिमाओं की परंपरा मूलतः दक्षिण भारत में है, मध्यप्रदेश में इस श्रेणी की ये पहली प्रतिमा है।
आज प्रिंस विराज में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदित सिग्नेचर टाउनशिप के एमडी निमेष अग्रवाल, राहुल राय डायरेक्टर और पुनीत तिवारी सीइओ द्वारा बताया गया कि इस मंदिर के आसपास मंत्रमुग्ध कर देने वाले पार्क बनाये हैं,जिनसे मंदिर की शोभा में चार चांद लग गए हैं। हमारा आप सभी पत्रकार बन्धुओं के माध्यम से आम जनमानस से विनीत आग्रह है कि वे हनुमान जन्मोत्सव व भजन संध्या में सपरिवार सम्मिलित होकर श्री चिन्तामणि हनुमान जी का आशीर्वाद व प्रसाद ग्रहण करें तथा अनुराधाजी की अनुपम गायिकी का आनंद उठाएं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page