पुरानी पेंशन बहाली को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान
जबलपुर दर्पण। पुरानी पेंशन बहाली हेतु संयुक्त मोर्चा एनजेसीए के तत्वाधान में पुरानी पेंशन बहाली तथा एनपीएस रद्द करने हेतु दिनांक 10 फरवरी से 20 फरवरी तक चलाए गए हस्ताक्षर अभियान में देश भर के करोड़ों केंद्र तथा राज्य कर्मचारियों तथा उनके परिजनों ने हस्ताक्षर युक्त अपील राष्ट्रपति को भेजी। अभियान के अंतर्गत जीसीएफ स्थित राजपत्रित अईओएफजीओए तथा अराजपत्रित एअईऐएनजीओ अधिकारी एसोसिएशन के सैकड़ों अधिकारियों तथा उनके परिजनों ने हस्ताक्षर अभियान में हिस्सा लेकर ईमेल के माध्यम से राष्ट्रपति के समक्ष अपनी व्यथा प्रस्तुत की। पुरानी पेंशन सामाजिक सुरक्षा हेतु अत्यंत आवश्यक है । कर्मचारी एवं उनके परिजनों का भविष्य पेंशन के माध्यम से सुरक्षित रहता है । न्यायालय द्वारा भी पेंशन की अनिवार्यता पर अपना अभिमत दिया जा चुका है फिर भी कर्मचारी पुरानी पेंशन से मेहरूम है। नई पेंशन व्यवस्था से जहां एक और कर्मचारियों के खून पसीने की कमाई शेयर बाजार सट्टे में लगाई जाती है वहीं दूसरी ओर सेवानिवृत्ति के पश्चात जीवन निर्वाह हेतु आवश्यक न्यूनतम पेंशन की राशि भी कर्मचारियों को प्राप्त नहीं होती है। एनपीएस पीड़ित कर्मचारी सेवानिवृत्ति के पश्चात अपने भविष्य को लेकर चिंतित एवं आतंकित हैं । विभिन्न राज्य सरकारों ने कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन लागू कर दी है, केंद्र सरकार को भी अपने कर्मचारियों के वेलफेयर के लिए पुरानी पेंशन लागू करना ही चाहिए। इस आशय का निवेदन राष्ट्रपति महोदया को ईमेल के माध्यम से किया गया है। हस्ताक्षर अभियान में एचएल विश्वकर्मा, देवेंद्र प्रताप, मयंक वर्मा, हिमांशु देशपांडे, पुरषोत्तम चौधरी, राजेंद्र सोलंकी, दीपक भट्ट, शरद बोरकर, अजय रजक, नरेश बाजपेई, राजेंद्र असाटी, कुमार संजय, राहुल कुमार, अनिल मेहरा इत्यादि ने सक्रिय रूप से भाग लिया।