केंद्र सरकार द्वारा किसानों को दिये गये प्रस्तावों का कैट ने किया समर्थन
नई दिल्ली। कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा कल किसानों को दिये गये प्रस्तावों के अध्यक्ष से यह स्पष्ट है कि किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए यह दीर्घकालीन प्रस्ताव कितने लाभकारी हो सकते है। यह प्रस्ताव किसानों की सहायता के लिए बड़ा समर्थन है जिससे स्थायी खेती प्रथाओं को बढ़ावा मिलेगा तथा कृषि उत्पादों के लिए न्यायसंगत मूल्य निर्धारित होगा और कृषि क्षेत्र में अधिक स्थिरता और विकास को बढ़ावा मिलेगा ।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि किसानों को दिये गये प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कृषि क्षेत्रों को अधिक उन्नत बनाने की घोषित दिशा में एक बड़ा कदम है।प्रस्तावित उपाय किसानों को उनकी समृद्धि के लिए एक और अधिक सहायक वातावरण बनाने की संभावना पैदा करेंगे वहीं उत्पादकता को बढ़ाने में मदद भी करेंगे।इस प्रस्ताव का समर्थन करके, हम सरकार के प्रयासों का समर्थन करते हैं जो किसानों के हित में कृषि समुदाय को प्रोत्साहित करते हैं। कैट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने कहा कि सरकार द्वारा दिये गये प्रस्ताव बेहद व्यावहारिक हैं जिन्हें स्वीकार करने में किसान संगठनों द्वारा देश के कृषि क्षेत्र एवं आम किसान का भला होगा वहीं राष्ट्र के हित में प्रस्तावित उपायों के सफल कार्यान्वयन के लिए सरकार के साथ में काम करने की सुविधा भी होगी ।
कैट प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष संदेश जैन एवं प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र पचौरी ने कहा कि सरकार के साथ और अन्य संलग्न पक्षों के साथ संवाद जारी रखते हुए यह विश्वास है कैट प्रदेश सचिव दीपक सेठी में कहां कि कृषि क्षेत्र के विकास और समृद्धि के रास्ते अब दूर नहीं है। सरकार के इस प्रस्ताव से कृषि क्षेत्र में किसानों के अच्छे समय सामने आएगा।
कैट प्रदेश कार्यकारिणी कोऑर्डिनेटर (महिला विंग) सीमा सिंग चौहान ने कहा कि सरकार ने जो प्रस्ताव लाया है उससे कृषियों के हितों को देखकर ही लाया गया है इससे किसानों को इसका भरपूर फायदा मिलेगा। कैट जबलपुर जिला अध्यक्ष रोहित खटवानी एवं जबलपुर सचिव मनु शरत तिवारी ने कहां की देश की उन्नति में किसानों का बहुत बड़ा योगदान है सरकार ने उनके भविष्य को देखते हुए ही प्रस्ताव लाया है जिसका हमारी कैट संस्था भरपूर स्वागत करती है।