नौ माह के बच्चे की मौत पर मचा बवाल, टीका करण से मौत होने का लगा आरोप
जबलपुर दर्पण। सिहोरा तहसील के शासकीय सिविल अस्पताल सिहोरा में शुक्रवार को बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही थी। नौ बच्चों को टीका लगाया जा चुका था। वही जब बच्चा करण पिता रोहित बर्मन उम्र नौ माह को टीका लगाया गया। और उसकी मां घर लेकर वापिस लौट आई थीं। इसके बाद 3 बच्चों को पेंटावेलेंट वैक्सीन लगाई गई । शेष 12 बच्चे स्वस्थ हैं। इस दौरान एक बच्चे की मौत हो गई थीं।
क्यों मचा बवाल सिविक अस्पताल में – सिहोरा बीएमओ ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सिहोरा वार्ड नंबर 10 निवासी हरदौल मन्दिर श्रीमति बबीता बर्मन पति रोहित बर्मन अपनी सास राधाबाई के साथ 9 माह के बेटे करण बर्मन को टीका लगवाने सिविल अस्पताल टीकाकरण केंद्र पहुँची थी। दोपहर लगभग 12:30 बजे जब नर्स ने बच्चे करण को टीका लगाया और वे वापिस घर चली गई। कुछ देर बाद बच्चे करण की सांसे रुक गई। जब करण को दो हिचकी आई और कुछ नहीं बोलने पर मां एवं दादी परेशान हो गई। और तत्काल करण को लेकर अस्पताल पहुंची। लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। इस दौरान टीका लगाने वाली नर्स मौके से दाए बाए हो गई।
मीडिया को कराया अवगत – घटित हुई घटना को लेकर खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अर्शिया खान ने बताया कि एक वर्ष से अधिक बच्चों का वैक्सीनेशन कार्य रोजाना ही किया जाता है। लेकिन आज एक बच्चे की मौत हो गई है।
सिविक अस्पताल बीएमओ प्रभारी डॉक्टर सुनील लटियार का कहना है कि बच्चा कुछ दिन पहले बीमार था आज उसको वैक्सीन लगाई गई उसके परिजन उसे घर ले गए थे थोड़ी देर बाद जब उसकी अस्पताल लेकर आए तो वह मृत हो चुका था। उन्होंने बताया कि लाखों केस में एक केस ऐसा कभी हो जाता है, की बच्चों को रिएक्शन हो जाए बच्चों की मौत हो जाए जिसको लेकर परिजनों ने सिहोरा अस्पताल में हंगामा मचा दिया। परिजनों का कहना हैं कि एएनएम पंचवटी वर्मा जिन्होंने वैक्सीन लगाई थी। जिससे कारण बच्चे की मौत हो गई है। उसको नौकरी करने का अधिकार नहीं है। उस पर शक्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
स्थानीय प्रशासन – नयाब तहसीलदार जगभान उईके, एसआई बिनोद बागरी सहित कई पुलिस अधिकारी अस्पताल पहुंच कर बिगड़़ती स्थिति को काबू में कर लिया। मृत बच्चे का पंचनामा तैयार कर उसे फोरेंसिक जांच के लिए जबलपुर रेफर किया गया हैं ।
पोस्टमार्ट होने के बाद पता चला की मौत का क्या कारण – देर शाम मृतक बच्चे का पोस्टमार्टम कराया गया जिसमें उसकी मौत “स्वास नली में दूध फस जाने से बच्चे की मौत को बताया जा रहा है। फिहाल जब तक पीएम रिपोर्ट नहीं आती तब तक कुछ स्पश्ट नहीं है। पुलिस ने पंचनामा कार्यवाही करते हुऐ प्रकरण विवेचना में लिया है।