शहर तो लॉक डाउन है पर क्या अन्य राज्यों से लोगों का शहर में प्रवेश बन्द है ?
गोवर्धन गुप्ता मैहर। मा शारदा की पवित्र नगरी आज भी इस कॅरोना महामारी में शासन की गाइडलाइन में तो भक्तों के लिए बन्द है लेकिन क्या भक्त इस नियम को मान रहे है? जैसा कि मैहरवाली माता की एक बात प्रचलित है और लोगो ने माना भी है की आज भी एक भक्त सबसे पहले माता के दर्शन कर पूजा कर चले जाते है जो आल्हा ऊदल के नाम से विख्यात है उसी तरह शासन के सैकड़ो दावे और अन्य प्रदेश से आने वाले भक्तों का आज भी मेलाक्षेत्र तक पहुँचकर कर बंधा बैरियल के पास अगरबत्ती व हवन साथ मे मुंडन भी कर रहे यात्री इस पर शासन के दर्जनों बेरिकेट व पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को दाग लगाते नजर आ रहे है यही नही यात्री इस भीषण गर्मी में कही भी कपूर अगरबत्ती व हवन कर जलती आग को छोड़कर चले जाना किसी बड़ी हादसे की ओर इशारा करती है जबकि बंधा बैरियल पर लगे प्रबन्ध समिति के कर्मचारियों की मना करने के बाद भी भक्त नही मानते और इधर उधर जाकर पूजा पाठ के साथ अन्य कार्य भी कर रहे है मिली जानकारी अनुसार मन्दिर मेला क्षेत्र के अंदर भक्तों के प्रवेश के लिए तो बंधा बैरियल पर कड़ी सुरक्षा व भक्तों के लिए रोकने हेतु व्यवस्था बैठी है लेकिन उदयपुर की ओर से आने वाली नहर की सड़क पर कोई सुरक्षा व्यवस्था नही जिससे नहर के माध्यम से भक्त तो आ ही रहे है साथ मे अधिकांस शादी वाले बाराती भी इस नहर का उपयोग कर गांवों तक पहुच जाते है जो हाइवे से अच्छी नहर की सड़क है जिससे मैहर दर्शनार्थी भी पहुच जाते है और रामपुर पहाड़ और उचेहरा तरफ भी निकल जाते है इसको रोकने में प्रशासन नाकाम है।