कोरोना वायरस से भयभीत नगरवासी आवेदन देने के लिए पहुंचे नगर परिषद पटेरा
सीएमओ ने आवेदन लेने से किया मना
पटेरा. नगर परिषद पटेरा के वार्ड क्रमांक 15 में स्थित पानी सप्लाई का फिल्टर प्लांट बना हुआ है जिससे लगभग 24 ग्रामों की पानी की टंकियों व पटेरा नगर की दो टंकियों को जल आपूर्ति की जाती है।। इस वाटर फिल्टर सप्लाई प्लांट के पास नगर परिषद पटेरा द्वारा बहुत सारा कचरा डालकर जमा कर दिया गया है एवं मृत मवेशी भी यहां पर डाले जाते हैं जो कि सड़कर बदबू पैदा कर रहे हैं जिससे भयानक बीमारियों के होने का डर ग्रामीणों एवम नगर परिषद पटेरा वासियो को भयभीत कर रहा है।। गौरतलब है कि वर्तमान में कोरोना वॉयरस कोविड 19 जिसको डब्ल्यू एच् ओ ने महामारी भी घोषित कर दिया है जिसको लेकर देश विदेश एवम पूरे भारत की राज्य सरकारें अलर्ट जारी कर चुकी हैं और अपने आसपास के पर्यावरण को साफ स्वच्छ रखने की भी गाइडलाइंस जारी कर चुकी हैं वहीं नगर परिषद पटेरा के कर्मचारियों द्वारा वाटर सप्लाई प्लांट के पास कचरा एवम मृत मवेशी डालकर भयानक बीमारियों को न्यौता दिया जा रहा है।। इस संबंध में वार्ड क्रमांक 15 के निवासियों ने एक आवेदन बनाकर उस कचरे व मृत मवेशी जो वहां पर पड़े हुए थे उनको उठाने का और वहां पर कचरा ना डालने का आवेदन देने के लिए नगर परिषद पटेरा कार्यालय पहुंचे जहां पर बाहर ही सीएमओ साहब उनको मिल गए नगर वासियों ने आवेदन देने की कोशिश की तो सीएमओ साहब जल्दी में कहते हुए नजर आए कि बाद में मिलना अभी टाइम नहीं है कुछ लोगों ने फिर भी आवेदन देने की कोशिश की तो सीएमओ साहब यह कहकर चले गए की मैं तुम्हारा कर्मचारी नहीं हूं मुझे अपने भी कुछ काम करने हैं और यह कहते हुए वह गाड़ी पर बैठ कर कार्यालय से निकल गए तत्पश्चात नगर वासियों ने एक आवेदन कलेक्टर महोदय के नाम दमोह कलेक्ट्रेट जाकर दिया और सीएमओ साहब की बातचीत व असभ्यता पर सवालिया निशान भी खड़े किए नगर वासियों की मांग है की ऐसे असभ्य अधिकारी जो जनता से ढंग से बात नहीं करते और उनके आवेदन पर गौर नहीं करते उनको हटाया जाए और दूसरा अधिकारी नगर परिषद पटेरा में लाया जाए।