कलचुरि समाज ने खो दिया एक अद्भूत रत्न।
नरसिंहपुर दर्पण । जिले के गाडरवारा में कलचुरी समाज की बेहद सक्रिय महिला सेवी, कलचुरी एकता महासंघ की प्रदेश संगठन मंत्री एवं कांग्रेस नेत्री सारिका जायसवाल कोरोना से जंग हार गईं। शुक्रवार 18 जून की शाम करीब 7.30 बजे जबलपुर के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना से नरसिंहपुर के कलचुरी समाज में शोक की लहर दौड़ गई है। उनका अंतिम संस्कार शनिवार 19 जून को सुबह 9 बजे गाडरवारा श्मशानघाट पर किया जाएगा।
40 वर्षीय श्रीमती सारिका जायसवाल अपने पीछे पति मनीष जायसवाल, 20 वर्षीय पुत्री सुरभि और 18 वर्षीय पुत्र मानक को बिलखता छोड़ गई हैं। मनीष जायसवाल गाडरवारा स्थित सुरभि होटल के प्रोपराइटर हैं, और नरसिंहपुर कलचुरी कलार समाज के भी कोषाध्यक्ष हैं। हसमुख और मिलनसार स्वभाव की सारिका जायसवाल बीते दो महीने से कोरोना से जूझ रही थीं। कोरोना की चपेट में आने पर वह एक महीने तक अस्पताल में उपचार के बाद संक्रमण से मुक्त होकर घर लौटी थीं। बताया जाता है कि कोरोना से बुरी तरह संक्रमित होने के चलते उनके फेफड़े कमजोर पड़ गए थे, और करीब हफ्तेभर पहले फेफड़े में छिद्र हो गया जिससे ऑक्सीजन का रिसाव हो रहा था। उन्हें जबलपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने उवका ऑपरेशन किया। लेकिन, हालत में सुधार नहीं हुआ। बीती शाम उन्हें वेंटीलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था। आज (18 जून) शाम 7.30 बजे उनकी ह्रदयगति थम गई। सारिका जायसवाल की छवि एक ऐसी महिला की थी जो कलचुरी समाज के हर कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थीं और दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहती थीं। उनका राजनीतिक जुड़ाव कांग्रेस पार्टी से था। नरसिंहपुर के प्रमुख समाजसेवी एवं कलचुरी एकता महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष श्री किशोर राय ने सारिका जायसवाल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह उनकी बेटी जैसी थीं, और सामाजिक सेवा में उनकी सक्रियता से समाज लाभान्वित हो रहा था। उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी।