विज्ञान दर्पण

रिसर्च में एशियाई पटल पर  चमके टीएमयू के डॉ. राजुल

ख़ास बातें
0 प्रोफेसर रस्तोगी ने साइटेशन रैंकिंग में 123वें पायदान पर
0 दो दर्जन से अधिक रिसर्च पेपर्स पर 522 साइटेंशन
0 बारह से अधिक देशों की इंटरनेशनल कांफ्रेंस में प्रेजेंट किए शोध पत्र
0 2012,2015 में विदेशों से फैलोशिप जबकि 2018 में टाइम्स ऑफ इंडिया की ओर से अवार्ड
0 तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी ने अप्वाइंट किया पीएचडी रिसर्च गाइड
0 एडी साइंटिफिक इंडेक्स तय करती है सात लाख प्लस साइंटिस्टों की रैंकिंग
0 पूरी दुनिया में टीएमयू हॉस्पिटल को नई पहचान मिलेगी:चांसलर
0 202 देशों की टीएमयू समेत 13,182 यूनिवर्सिटीज हैं एडी साइंटिफिक इंडेक्स प्लेटफार्म पर

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की झोली में एक और बड़ी उपलब्धि शुमार हो गई है। एडी साइंसेटिफिक इंडेक्स के अनुसार रेडियोलॉजी में रिसर्च साइटेशन की एशियाई रैंक में टीएमयू रेडियोलॉजिस्ट प्रोफेसर डॉ. राजुल रस्तोगी 123वें पायदान पर पहुंच गए हैं। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. रस्तोगी के रिसर्च आर्टिकल्स को अब तक 522 बार साइटेशन किया जा चुका है। उल्लेखनीय है, शोध को लेकर यह माना जाता है, रिसर्च को लेकर साइटेशन की संख्या जितनी अधिक होगी, शोध उतना ही उत्कृष्ट श्रेणी का माना जाता है। टीएमयू हॉस्पिटल में डॉ. रस्तोगी रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में प्रोफेसर हैं। यूनिवर्सिटी ने हाल ही में उन्हें पीएचडी का रिसर्च गाइड भी नियुक्त किया है। 202 देशों की तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी समेत 13,182 यूनिवर्सिटीज एडी साइंटिफिक इंडेक्स प्लेटफार्म से जुड़ी हैं। डॉ. रस्तोगी अब तक एक दर्जन से अधिक बार आस्ट्रिया, साउथ कोरिया, इटली, यूके, यूएसए, मॉरीशस, यूएई, टर्की का दौरा कर चुके हैं। एकेडमिक एंड रिसर्च में अमूल्य योगदान के लिए 2012 और 2015 में फैलोशिप अवार्ड भी मिल चुके हैं । 2018 में टाइम्स ऑफ इंडिया की ओर से हेल्थकेयर श्रेणी में राइजिंग स्टार अवार्ड नवाजा गया। डॉ. रस्तोगी के अब तक 165 रिसर्च पेपर पब्लिश हो चुके हैं। वह अब तक 18 इंटरनेशनल और 32 भारत में ओरल रिसर्च प्रजेंटेशन कर चुके हैं। डॉ. रस्तोगी सितम्बर में तीन इंटरनेशनल कांफ्रेंस में वर्चुअली हिस्सा लेंगे। साउथ कोरिया की कांफ्रेंस पहली सितम्बर से चार सितम्बर, जापान की कांफ्रेंस में 10 सितम्बर से 12 सितम्बर, जबकि आस्ट्रेलिया की कांफ्रेंस में 16 से 19 सितम्बर तक ऑनलाइन रिसर्च पेपर्स प्रस्तुत करेंगे। प्रो. रस्तोगी की इस बिग अचीवमेंट पर प्रो. राजुल रस्तोगी को हार्दिक बधाई देते हुए यूनिवर्सिटी के चांसलर श्री सुरेश जैन,ग्रुप वाइस चेयरमैन श्री मनीष जैन,वीसी प्रो. रघुवीर सिंह और एमजीबी श्री अक्षत जैन बोले, इससे एशिया में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में टीएमयू हॉस्पिटल को नई पहचान मिलेगी।

टर्की की एडी साइंटिफिक इंडेक्स दुनिया भर के साइंटिस्टों की ऑनलाइन रैंकिंग तय करती है। यह इंटरनेशनल संगठन विज्ञान की शाखाओं के लिए काम करता है। इसमें रेडियोलोजी भी शामिल है। इंडेक्स चार श्रेणियों में विभाजित है। पहली कैटेगिरी में साइंसटिस्ट का संस्थान, दूसरी में इंडिया, तीसरी में एशिया, जबकि चौथी में वर्ल्ड कैटेगिरी की रैंकिंग तय होती है। एडी साइंटिस्ट इंडेक्स पाँच सालों के आधार पर रिसर्च पर साइटेशन में साइंटिस्ट की उत्कृष्टता का ऑटो मूल्यांकन होता है। टीएमयू रेडियोलॉजिस्ट डॉ. रस्तोगी के करीब 165 रिसर्च पेपर्स में करीब दो दर्जन का अब तक 522 बार साइटेशन हो चुका है।

एडी साइंस्टिस्ट इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार टीएमयू में फर्स्ट रैंकिंग है। इण्डिया में तेहरवीं रैंकिंग, एशिया में 123 वीं रैंकिंग है। वैश्विक पटल पर डॉ. रस्तोगी 948वें पायदान पर हैं। रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा, एसोसिएट डीन डॉ. मंजुला जैन, तीर्थंकर महावीर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की प्रिंसिपल डॉ.श्योमली दत्ता, रेडियोलॉजी विभाग के एचओडी प्रो. सतीश पाठक ने इसे गर्व के पल बताते हुए कहा, यूनिवर्सिटी की रिसर्च के प्रति संजीदगी सर्वविदित है। वैश्विक इस संस्था से दुनिया के करीब सात लाख नौ हजार सात सौ पैंतालिस साइंटिस्ट जुड़े हैं। इसमें भारत से ही करीब 10 हजार रेडियोलोजिस्ट भी शामिल हैं।

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