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विज्ञान की दुनियां में अब भी टोटकों में उलझी ग्रामीण बस्ती

दमोह (जबेरा) । ग्रामीण अंचलों में ज्यादातर लोग खेती पर निर्भर हैं और पानी ना गिरने से धान की फसलें सूख रही हैं इसलिए गांव गांव अखंड कीर्तन और महिलाएं खेर माता मंदिर में माता को गोबर से थोपकर और मिदरिया को मूसर में बांधकर टोटका कर रही हैं लेकिन आज एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। हम बात कर रहे हैं जबेरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत अमदर के ग्रामीण अंचल बनिया गांव की। ग्राम की महिलाओं ने बताया कि हम लोग मिदरिया को मूसर में बांधकर गांव की गलियों में घुमा रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसा करने पर बारिश होती है। महिलाओं ने बताया कि हम लोगों ने खेर माता मंदिर में माता रानी को गाय के गोबर से थोप दिया है। उन्होंने बताया कि ऐसा हम लोगो का मानना है कि बच्चों को नग्न करके मिदरिया को मूसर में बांधकर गांव की गलियों से घुमाते हुए खेर माता मंदिर में माता रानी के पास ले जाएंगे। इसके बाद गांव के प्रत्येक घर से सीधा मांगेंगे, जिसमें आटा, चावल, दाल और नमक रहेगा और माता रानी के मंदिर में जाकर गांव की सभी महिलाये और पुरुष गक्कड़ बनाकर पूजन के बाद भोजन करेंगे। उन्होंने बताया कि जब-जब हमारे क्षेत्र में सूखा की स्थिति होती है तो हम सभी गांव की महिलाएं और पुरुष ऐसा ही करते हैं। ऐसा करने से इंद्र भगवान पानी की बारिश करते हैं। जिससे हमारे खेत पानी से लबालब भर जाते हैं। उन्होंने बताया कि पानी इतना तेज गिरता है कि माता के शरीर में लगा गाय का गोबर अपने आप तेज बारिश से धुल जाता है और हमारी धान की फसलें भी माता रानी की कृपा से अच्छी होती है। इस सब बातों को सुनकर आपके लिए अजीब जरूर लगेगा और हो भी क्यों न कब दुनिया विज्ञान के दम पर मंगल ग्रह पर पानी खोज चुकी है और यहां लोग बारिश होने के लिए आज भी टोटकों में अटके हुए है। ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की अनेकों कुप्रथाएं आदिकाल से चली आ रही है। कभी समाज के नाम पर तो कभी ऊंच नीच के नाम पर यहां इस तरह की परंपराएं आज भी हो कायम है। इन सब में खास बात यह है कि सिस्टम के सारे तंत्र यहां मौजूद है। उसके बाबजूद इन कु प्रथाओं को रोकने के प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा कोई प्रयास नहीं किए गए। गौरतलब हो कि ऐसे न जाने कितने महिलाएं पुरुष व बच्चे कुप्रथाओं की भेंट आए दिन चढ़ रहे है। इस ओर जिला प्रशासन के लिए भी विशेष ध्यान देना चाहिए, जहां आज भी इस तरह को कुप्रथाएं प्रचलन में है। हम इस तरह की कोई भी कुप्रथा का किसी भी तरह से समर्थन नहीं करते है और न ही इस तरह की कुप्रथाओं की पुष्टि करते है। वहीं इस संबंध में जब पुलिस अधिक्षक डी आर तेनीबार से बात की तो उनका कहना है कि जबेरा थाना अंतर्गत ग्राम बनिया गांव में एक कुप्रथा के चलते 5 से 8 साल के नन्हें मुन्ने बच्चों के लिए नग्न अवस्था में कुप्रथा के नाम पर गांव में ही बारिश के चलते घुमाने का मामला सामने आया है। अगर किसी भी प्रत्यक्षदर्शी की कोई शिकायत सामने आती है तो मामले को संज्ञान में ले लिया जायेगा।

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