*शा.उच्च. मा. विद्यालय पोडी़ चोडी़ में छात्रों की शिक्षा दीक्षा भगवान भरोसे..?*
अनूपपुर/कोतमा (विकास ताम्रकार) जब शिक्षा के मंदिर में गुरु ही अपने कर्तव्य का निर्वाहन न करें और अपने पद की गरिमा का ख्याल न रहे तो निश्चित तौर पर ऐसे में प्रश्न जरूर उठ खड़े होते हैं। लगातार केंद्र एवं राज्य सरकार बच्चों की शिक्षा दीक्षा को और बेहतर बनाने के लिए कई कड़े कदम उठा रही है लेकिन अनूपपुर जिले के एक शासकीय विद्यालय में पदस्थ कुछ शिक्षक अपने गुरु की गरिमा को कलंकित करने में लगे हुए हैं। वैसे भी कोविड 19 महामारी के चलते बच्चों की पढ़ाई लिखाई शिक्षा दीक्षा विद्यालय सुचारू रूप से ना चलने की वजह से ठप हो गई थी शासन प्रशासन के प्रयासों से पुनः विद्यालय शुरू करने इच्छाशक्ति दिखाई जिससे बच्चों की पढ़ाई लिखाई बेहतर ढंग से हो सके।लेकिन पढ़ने लिखने वाले बच्चों का भविष्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोड़ी चोड़ी के कुछ शासकीय शिक्षकों गलत क्रियाकलापों के कारण उज्जवल होने के बजाए अंधकार में दिख रहा है।
*पढ़ाई लिखाई भगवान भरोसे*
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोडी़ चोड़ी में पदस्थ कुछ शासकीय शिक्षकों की दबंगई व मनमानी देखते बन रही है स्कूल खुलने से लेकर बंद होने तक मनमर्जी आना जाना कुछ शिक्षकों का लगा रहता है इन जिम्मेदार शिक्षकों को स्कूल पर पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की पढ़ाई लिखाई व भविष्य की चिंता नहीं है,विद्यालय के समय सारणी को दरकिनार करते हुए विद्यालय पर आना जाना किया करते हैं। विद्यालय में प्रतिदिन की उपस्थिति रजिस्टर पर कुछ शिक्षकों की प्राचार्य के मेहरबानी से हाजिरी लगती रहती है।कुछ शिक्षक घर बैठे शासन प्रशासन से फुल वेतन ले रहे हैं विद्यालय न आकर कक्षा रूम झांकने तक नहीं जाते,न ही बच्चों की पढ़ाई लिखाई कि उन्हें खोज खबर ,न कोई चिंता है और भगवान भरोसे ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोड़ी चोडी़ में बच्चों की पढ़ाई लिखाई चल रही है।
*शिक्षकों से पूछना अभिभावक को पड़ा महंगा*
विजय कुमार चौधरी पिता विशाल चौधरी उम्र 38 वर्ष ग्राम चोड़ी निवासी बरबसपुर द्वारा भालूमाडा़ थाने में लिखित रिपोर्ट करते हुए बताया कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोडी़ चोडी़ विद्यालय में उसकी पुत्री मानसी कक्षा 9 वी छात्र है विगत कुछ दिनों से छात्रा विद्यालय नहीं जा रही थी,पिता के पूछने पर छात्रा ने बताया कि विद्यालय में विगत दिनों से शासकीय शिक्षक न समय पर आते हैं न कक्षा में पढ़ाने आते हैं पुत्री के बातों पर पिता को भरोसा नहीं हुआ। जिसको लेकर विजय कुमार चौधरी ने स्कूल जाकर देखा तो छात्र की एक-एक बातें सच नजर आई स्कूल के प्रार्थना के वक्त एक शिक्षक डी एल ओझा के अलावा कोई शिक्षक स्कूल पर नजर नहीं आ रहा था तब अभिभावक ने प्रार्थना होने के उपरांत सभी छात्रों से सामूहिक रूप से पूछा तो उसी समय कुछ शिक्षकों की विद्यालय में न आने की पोल खुल गई।अभिभावक विजय कुमार ने अपने मोबाइल पर वीडियो भी बना ली और इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से करने की बात कही गई जिसको लेकर कुछ शिक्षकों ने अपनी नौकरी बचाने के लिए अभिभावक विजय कुमार की झूठी शिकायत थाने पर की गई।
*अभिभावक से की जातिसूचक गाली-गलौज*
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोड़ी चोड़ी में पदस्थ कुछ शासकीय शिक्षकों ने गुरु की गरिमा को कलंकित करते हुए एक अभिभावक के साथ जातिसूचक गाली गलौज और धमकी देने पर उतारू होने का मामला प्रकाश में आए। शिकायतकर्ता विजय कुमार चौधरी द्वारा विद्यालय में समय पर कुछ शिक्षकों न आने को लेकर विद्यालय में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत की बात कही गई तो शिक्षक आग बबूला हो गए और शिक्षक राजू केवट,संजीव उर्फ संजू, डी एन ओझा द्वारा अभिभावक शिकायतकर्ता को जातिसूचक गाली गलौज एंव झूठे मामले में फंसा देने की धमकी दी जाने लगी जिसको लेकर पीड़ित अभिभावक थाने पहुंच कर अपनी पीड़ा गाथा पुलिस अधिकारियों को बताते हुए शिकायत दर्ज कराते हुए दोषी जनों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांगी की है।
*इनका कहना है*
यह सही है कि कुछ शिक्षक उस दिन विद्यालय में लेट आए थे, धीरे-धीरे बहुत सारी व्यवस्थाएं विद्यालय की सुधार रहा हूं ,अभिभावक के खिलाफ थाने पर जो शिकायत दर्ज कराई गई थी उसे वापस ले लिया गया है।
*डी एन ओझा शा. उच्च. माध्य. विद्यालय पोडी़ चोडी़*