सतना में लोकायुक्त का छापा : परसमनिया का डिप्टी रेंजर और दो बीट गार्ड रिश्वत लेते गिरफ्तार
सतना से रवि शंकर पाठक की रिपोर्ट। लोकायुक्त रीवा की टीम ने सतना में दबिश देकर डिप्टी रेंजर और दो बीट गार्डों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त की छापेमारी से वन विभाग ने हड़कंप मच गया है।तीनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।जानकारी के मुताबिक रीवा लोकायुक्त की टीम ने शुक्रवार की सुबह सतना वन मंडल के परसमनिया में दबिश देकर डिप्टी रेंजर अनिल चतुर्वेदी को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। डिप्टी रेंजर के साथ दो बीट गार्ड नीरज दुबे और अनिल भी पकड़े गए हैं। रिश्वत की यह रकम ठेका कंपनी से वसूली जा रही थी। बताया जाता है कि घर – घर नल जल पहुंचाने के लिए सरकार ने योजना के टेंडर दे रखे हैं। परसमनिया क्षेत्र में गणेश कंस्ट्रक्शन कंपनी रेट्रोफिटिंग का काम कर रही है। पाइप लाइन डालने के लिए कंपनी को जमीन की खोदाई करनी थी।परसमनिया वन क्षेत्र है, लिहाजा वहां डिप्टी रेंजर ठेका कंपनी को वन भूमि का हवाला देकर खोदाई नहीं करने दे रहे थे। डिप्टी रेंजर ने इसके लिए रिश्वत की मांग थी। इस काम में बीट गार्ड भी डिप्टी रेंजर का सहयोग कर रहे थे। जिसके बाद ठेका कंपनी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त रीवा से की थी।शुक्रवार को 20 हजार रुपए की घूस देने के लिए ठेका कंपनी का प्रतिनिधि डिप्टी रेंजर के परसमनिया चौकी परिसर स्थित सरकारी आवास में गया। जैसे ही उसने रकम दी , लोकायुक्त की टीम ने इंस्पेक्टर प्रमेंद्र सिंह के नेतृत्व में दबिश देकर डिप्टी रेंजर को दबोच लिया गया। उसके दोनों सहयोगी बीट गार्ड भी पकड़ लिए गए। लोकायुक्त ने इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।