अभा स्पर्धा में प्रथम विजेता बने ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’ एवं राधा गोयल
जबलपुर दर्पण।इंदौर (मप्र)। हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा मातृभाषा हिन्दी की प्रसिद्धि के लिए रचनाशिल्पियों को निरन्तर स्पर्धा से प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी कड़ी में 74 वीं स्पर्धा ‘शक्ति, भक्ति और दिखावा’ विषय पर आयोजित की गई। इसमें ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’ (राजस्थान) ने पद्य में और राधा गोयल (दिल्ली) ने गद्य विधा में पहला स्थान प्राप्त किया है।
मंच-परिवार की सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन और संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने यह परिणाम जारी किए। श्रीमती जैन के अनुसार प्रविष्टियों में से श्रेष्ठता अनुरूप निर्णायक मंडल ने पद्य में श्री वर्मा की प्रस्तुति ‘भक्ति में भाव मिलते हैं’ को प्रथम विजेता चयनित किया है। ऐसे ही ‘कवि वो गीत सुनाओ न’ पर विजय लक्ष्मी विभा (उप्र) को द्वितीय तथा ‘आ गई है मेरी माता’ कविता के लिए श्रीमती देवंती देवी चंद्रवंशी (झारखंड) को तीसरा स्थान मिला है।श्रीमती जैन ने बताया कि, 1 राष्ट्रीय कीर्तिमान, 1.52.50 करोड़ दर्शकों-पाठकों का अपार स्नेह एवं 9 सम्मान प्राप्त इस मंच की उक्त स्पर्धा में गद्य वर्ग में ‘धर्म का मर्म समझें’ आलेख पर मंडल ने राधा गोयल को प्रथम विजेता घोषित किया है, तो गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’ (राजस्थान) के आलेख ‘समर्पित भक्ति- आराधना से ही शक्ति’ को द्वितीय स्थान दिया है।