पुलिस प्रशासन पर हमले और बढ़ते अपराध

मुख्यमंत्री और प्रशासन से कार्रवाई की मांग
जिले के खटखरी ग्राम पंचायत में लगातार दूसरी बार हुई आगजनी की घटना को लेकर स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। खुशी नंद गुप्ता ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह आगजनी पूर्व नियोजित साजिश का परिणाम है, लेकिन अब तक पुलिस प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले खटखरी बाजार में एक दर्जन दुकानों में आग लगी थी, जिसे प्रशासन ने शॉर्ट सर्किट का कारण बताया था। अब एक सप्ताह के भीतर ही गुप्ता समाज की छह दुकानों में आग लग गई, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि इन घटनाओं की गंभीरता से जांच नहीं की गई, तो भविष्य में ऐसे अपराध और बढ़ सकते हैं।खुशी नंद गुप्ता ने आगे कहा कि मऊगंज जिले में अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है और पुलिस का भय समाप्त हो चुका है। हाल ही में होली के अवसर पर अपराधियों ने एक युवक की हत्या कर दी, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। इतना ही नहीं, पुलिस प्रशासन पर हमला कर एसडीओपी को बंधक बना लिया गया, और एसआई शाहिद समेत कई पुलिसकर्मियों को धारदार हथियारों से घायल कर दिया गया।
इन हमलों में एक एसआई की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल होकर रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस प्रशासन पर हो रहे इन हमलों और खटखरी बाजार में आगजनी की घटनाओं का खुलासा न होना चिंता का विषय बन गया है।खुशी नंद गुप्ता ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, रीवा और मऊगंज के जिला कलेक्टरों एवं पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि खटखरी नगर में आगजनी की घटनाओं की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और पुलिस प्रशासन पर हो रहे हमलों के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। यदि समय रहते इन घटनाओं पर लगाम नहीं लगाई गई, तो जनता का प्रशासन से विश्वास उठ जाएगा, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति और बिगड़ सकती है।