निजी स्कूल संचालकों ने फिर फिक्स कर लिए, पुस्तक और कपड़ों की दुकानें

डिंडोरी, जबलपुर दर्पण ब्यूरो। जिले भर में कथित दर्जनों निजी स्कूल संचालकों की मनमानी एक बार फिर से शुरू हो गई है। बताया गया कि अभी-अभी तो कक्षाएं लगना शुरू हुई है, वहीं निजी स्कूल संचालकों ने बच्चों के लिए कपड़े और पुस्तक खरीदने की दुकानें फिक्स कर रखी है। सूत्रों की मानें तो बच्चों के अभिभावकों से इन्हीं दुकानों से कपड़े और पुस्तक खरीदने के लिए कहा जा रहा है, जहां दुकानों में मनमानी कीमत पर सामग्री बेची जा रही हैं, जिससे अभिभावक चिंतित व परेशान नजर आ रहे हैं। यह मामला कोई एक या दो निजी स्कूलों के नहीं है, बल्कि जिले के दर्जनों स्कूलों में यहीं स्थिति देखने को मिल रही है, जहां अभिभावकों से मनमानी फीस की वसूली कर कपड़ा, पुस्तक खरीदने के लिए पहले से फिक्स किए हुए दुकानों पर भेजते हैं, जहां निजी स्कूल संचालकों के कमिशन बनी हुई हैं। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि बच्चों की कोर्स के अलावा भी अन्य बाहरी पुस्तकों को अनिवार्य बताकर स्कूल प्रबंधन जबरदस्ती खरीदने के लिए मजबुर करता है, जिससे अभिभावकों के लिए पैसों के अतिरिक्त बोझ बढ़ रही है, बच्चों के स्कूली थैला भी दिनोदिन और वजनी होती जा रही हैं। लगातार निजी स्कूल संचालकों की बढ़ती मनमानी को देखते हुए अभिभावकों ने जिला प्रशासन से मामले की जांच कराकर संबंधितों के खिलाफ कड़ी दिशा निर्देश जारी करने की मांग कर रहे हैं।