जिला चिकित्सालय की डायलिसिस व सोनोग्राफी मशीन हो जल्द शुरूःमृगेन्द्र सिंह

महीनों से नही हो रही डायलिसिस व सोनोग्राफी, मरीजों को करना पड रहा परेशानियों का सामना
पन्ना। कोरोना काल में जहां मानव जीवन संकट में है तो वही जिला चिकित्सालय में उपचार की पर्याप्त व्यवस्थाएं नही है, कई वर्षो के बाद जिला चिकित्सालय में डायलिसिस व सोनोग्राफी की मशीन प्रारंभ की गई थी, जिससे गंभीर रूप से बीमार मरीजों को इसका लाभ मिल रहा था, लेकिन महामारी के इस दौर में ये सभी सभी मशीनें एक कमरें में कैद पडी हुई है, जिसका संचालन करने में स्वास्थ्य विभाग असमर्थ साबित हो रहा है। इस संबंध में एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष मृगेन्द्र सिंह गहरवार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जिले के कलेक्टर कर्मवीर शर्मा का ध्यान आकृष्ट कराया है। उन्होने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि कोरोना महामारी के चलते जहां जिले में सार्वजनिक आवागमन पूर्णत: बंद है, जिले वासियों को ईलाज का एकमात्र साधन जिला चिकित्सालय ही है, जहां पर मरीज उपचार के लिए तो आता है लेकिन उसका उपचार नही हो पा रहा है। उन्होने बताया कि जिला चिकित्सालय में संचालित डायलिसिस यूनिट महीनों से बंद पडी है, इनता ही नही सोनोग्राफी करने वाला डॉक्टर भी पन्ना नही आ पा रहा है, जिस कारण सोनोग्राफी मशीन भी शुरू नही हो पा रही है। इसके अलावा एक्स-रे सीट की पर्याप्त उपलब्धता भी नही है, साथ ही हदय रोगियों के लिए ईसीजी भी आये दिन खराब पडी रहती है, ऐसे में बिना जांच के जिला चिकित्सालय में उपचार संभव नही हो पा रहा है। जिसके चलते मरीजों को अन्य जिलों के लिए रिफर कर दिया जाता है, जिससे मरीजों को बडा आर्थिक संकट उठाना पड़ रहा है। श्री सिंह ने कहा कि बेहद खुशी की बात है कि पन्ना जिला कोरोना मुक्त हो गया है। लेकिन अन्य रोगियों के लिए यहां अभी भी संकट बरकरार है, क्योकि जिले में कई ऐसे गंभीर मरीज है, जिनका उपचार नागपुर व भोपाल में चलता है लॉक डाउन व आवागमन के साधन न होने के चलते ऐसे रोगी भी जिला चिकित्सालय पर निर्भर है। इन रोगियों का ध्यान रखते हुए जिला चिकित्सालय में जल्द से जल्द उक्त मशीनों का संचालन किया जाये, साथ ही जिला चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं को तत्काल सुधारा जाये।