दो वर्षों से एक्स रे मशीन बंद, रोगी कल्याण समिति बेखबर
जबलपुर दर्पण शहडोल। जिले के कोयलांचल नगरी बुढ़ार में विगत दो वर्षों से एक्स रे मशीन बंद पड़ी हुई है। जिसकी सुध लेने के लिए जिला मुख्यालय में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों को फुर्सत नहीं है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में मात्र मरीजों से रोगी कल्याण समिति के द्वारा 10 रु की राशि ली जाती है और सुख सुविधा के नाम पर मरीजों को झुनझुना पकड़ा दिया जाता है। बुढ़ार नगर से जुड़े आसपास के ग्रामीण एवं नगरवासी आए दिन प्राइवेट संचालकों के पास जाकर एक्सरे करावा रहे है जहां भोली-भाली जनता इन संचालकों के पास ठगी के शिकार हो रहे हैं, कहीं एक्स रे मशीन खराब होने की वजह कुछ और तो नहीं है? जब मासिक बैठक रोगी कल्याण समिति के द्वारा ली जाती है जिसमें जिले से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं शासकीय अबला मौजूद रहता है लेकिन विगत दो वर्षों से खराब एक्सरे मशीन क्या बयां करना चाह रही है।
केशवाही, झीकबिजुरी, जैतपुर धनपुरी, जैसे स्वास्थ्य केंद्रों में भी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई हैं।
बुढार क्षेत्र से जुड़े लगभग 70 किमी के आसपास जैतपुर उपस्वास्थ्य केंद्र, केशवाही व झीकबिजुरी के दूरस्थ ग्रामीणों का विकास बुढार नगर से जुड़ा हुआ है साँथ ही स्वास्थ्य की उत्तम व्यवस्था को प्राप्त करने हेतु इन ग्रामीणों को बुढार ही आना पड़ता है किंतु आपातकाल की स्थिति में बुढार नगर का यह दुर्भाग्य है कि स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे जैसी सुविधा नही है जबकि स्वास्थ्य केंद्र के आसपास ही दर्जनो निजी एक्सरे की दुकानें स्वास्थ्य केंद्र बुढार को मुह चिढ़ा रही हैं यह भी एक संदेह का विषय है कि कहीं इन निजी एक्सरे केंद्रों को लाभान्वित करने के लिए तो शासकीय एक्सरे सुविधा से मरीजों को महरूम रखा जा रहा है
विधायक भी नजर फेर चुकी हैं बुढार स्वास्थ्य केंद्र की
रोगी कल्याण समिति की बैठक प्रतिमाह एक तिथि तय ली जाती है जिसमे प्रशासनिक अमले से लेकर जनप्रतिनिधियों तक का तंत्र मौजूद रहता है रोगी कल्याण समिति का बकायदे 10 रु शुल्क भी लिया जाता है किन्तु 2 वर्षोपरांत भी बुढार जैसे धनाढ्य नगरी को स्वास्थ्य का सुसज्जित जामा नही पहनाया जा सका क्षेत्रीय विधायक भी समय-समय पर बुढार स्वास्थ्य केंद्र का दौरा की हैं किंतु यह बड़ी विडम्बना है कि हाँथ-पैर या शरीर के किसी भी हड्डियों सम्बंधित अक्षमता को जांच करवाने हेतु निजी संस्थानों के चक्कर लगाने पड़ते हैं निजी संस्थानों में एक मध्यमवर्गीय परिवार तब भी जाकर एक्सरे इलाज करा सकते हैं किन्तु रोजमर्रा का जीवन जीने वाले उन गरीब तपको के बड़े समुदाय का क्या होगा
इनका कहना है…..
इस विषय पर क्षेत्रीय विधायक से भी चर्चा की गई उन्होंने बताया कि माँमले को मैं कलेक्टर शहडोल से पूर्व में अवगत करा चुकी हूँ जल्द ही इस पर कुछ होगा।
मनीषा सिंह विधायक जैतपुर
पहले जिला से फ़िल्म नही मिल रही थी अब मशीन भी खराब हो गई है इसके लिए पत्र भेजा गया है।