कोविड लहर में चलता रहा मेले का आयोजन
सोते रहे जिम्मेदार,कहां-किसने की चूक
एक तरफ सरकार तीसरे वैरिएंट से मुकाबले की तैयारी में जुटा है और अपने अधीनस्थ नौकरशाहों को हर वक्त इससे बचने और सतर्क रहने की समझाइश दे रही है पर अभी भी इस सतर्कता का लोग बेफिक्री से मजाक उड़ाते नजर आ रहे हैं और अभी भी रास्ते पर बिना मास्क के सैकड़ो चेहरे सड़क पर दिख रहे हैं आलम यह है कि हाट-बाजार व भीड़भाड़ जगह पर सख्त पाबन्दी है किंतु इसके विपरीत जिला अनूपपुर के पुष्पराजगढ़ जनपद क्षेत्र के घोघरी ग्राम में कानून के सारे हदों को पार करते हुए मेले का आयोजन हुआ और निचले स्तर से लेकर ऊपर स्तर के समस्त जिम्मेदार सोते रहे
शहडोल।।अनूपपुर
अनिल लहँगीर की रिपोर्ट
अनूपपुर जिले के जनपद पुष्पराजगढ़ अन्तर्गत बीते दिनों घोघरी ग्राम पंचायत में कोरोना के नियमो का जमकर मखौल उड़ा जहाँ कोरोना के तीसरे लहर से सचेत होते हुए समस्त प्रावधानों का पालन करना अनिवार्य है वही इन नियमों को तिलांजलि देते हुए भारी भीड़ के समुदाय द्वारा साज-सज्जा समेत मेले का आयोजन हुआ जिस पर किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों की निगाहें नही गई सैकड़ो से ऊपर इस भीड़ में किसी भी व्यक्ति के चेहरे में न ही मास्क था और न ही किसी प्रकार का कोई सावधानी वाला यन्त्र ऐसे में यह कहना गलत नही होगा कि न जाने यह संक्रमण कहाँ-कहाँ व किसे किसे फैला होगा
आनन-फानन में पहुँचे सीईओ
मेला आयोजन के अंतिम प्रहर में जब इस बात की भनक सीईओ पुष्पराजगढ़ को हुई तो वह आनन-फानन में ग्राम पंचायत पहुंचे हालांकि उनका पहुँचना भी बेअसर रहा और मेला आयोजित ही रहा इस बात की जानकारी करण पठार के प्रभारी को हुई उन्होंने भी अपना प्रयास लगाया किन्तु मेला बन्द नही हुआ और बिना किसी भय के मेला चलता रहा
कहाँ-किसने की चूक
करण पठार के प्रभारी ने जानकारी दी कि मुझे जैसे ही जानकारी हुई मैं यहाँ दलबल के सांथ पहुँच गया इस बात की जानकारी मुझे नही की मेला आयोजन का आदेश किसने दिया जबकि पहली प्राथमिकता यहाँ के सचिव-सरपंचों की है उन्होंने अपनी ओर से इस मेला आयोजन की सहमति दी है मायने यह नही रखता की आदेश किसने दिया मुद्दा यह है कि संक्रमण दिनों-दिनों बढ़ने के बाद भी इस तरह के आयोजन का असल जिम्मेदार कौन है और कहाँ और किसने चूक की इस बात को ध्यान में रखते हुए दोषियों पर करीवाही सुनिश्चित करना चाहिए
इनका कहना है
एक तरफ सरकार तीसरे वैरिएंट से मुकाबले की तैयारी में जुटा है और अपने अधीनस्थ नौकरशाहों को हर वक्त इससे बचने और सतर्क रहने की समझाइश दे रही है पर अभी भी इस सतर्कता का लोग बेफिक्री से मजाक उड़ाते नजर आ रहे हैं और अभी भी रास्ते पर बिना मास्क के सैकड़ो चेहरे सड़क पर दिख रहे हैं आलम यह है कि हाट-बाजार व भीड़भाड़ जगह पर सख्त पाबन्दी है किंतु इसके विपरीत जिला अनूपपुर के पुष्पराजगढ़ जनपद क्षेत्र के घोघरी ग्राम में कानून के सारे हदों को पार करते हुए मेले का आयोजन हुआ और निचले स्तर से लेकर ऊपर स्तर के समस्त जिम्मेदार सोते रहे
शहडोल।।अनूपपुर
अनिल लहँगीर की रिपोर्ट
अनूपपुर जिले के जनपद पुष्पराजगढ़ अन्तर्गत बीते दिनों घोघरी ग्राम पंचायत में कोरोना के नियमो का जमकर मखौल उड़ा जहाँ कोरोना के तीसरे लहर से सचेत होते हुए समस्त प्रावधानों का पालन करना अनिवार्य है वही इन नियमों को तिलांजलि देते हुए भारी भीड़ के समुदाय द्वारा साज-सज्जा समेत मेले का आयोजन हुआ जिस पर किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों की निगाहें नही गई सैकड़ो से ऊपर इस भीड़ में किसी भी व्यक्ति के चेहरे में न ही मास्क था और न ही किसी प्रकार का कोई सावधानी वाला यन्त्र ऐसे में यह कहना गलत नही होगा कि न जाने यह संक्रमण कहाँ-कहाँ व किसे किसे फैला होगा
आनन-फानन में पहुँचे सीईओ
मेला आयोजन के अंतिम प्रहर में जब इस बात की भनक सीईओ पुष्पराजगढ़ को हुई तो वह आनन-फानन में ग्राम पंचायत पहुंचे हालांकि उनका पहुँचना भी बेअसर रहा और मेला आयोजित ही रहा इस बात की जानकारी करण पठार के प्रभारी को हुई उन्होंने भी अपना प्रयास लगाया किन्तु मेला बन्द नही हुआ और बिना किसी भय के मेला चलता रहा
कहाँ-किसने की चूक
करण पठार के प्रभारी ने जानकारी दी कि मुझे जैसे ही जानकारी हुई मैं यहाँ दलबल के सांथ पहुँच गया इस बात की जानकारी मुझे नही की मेला आयोजन का आदेश किसने दिया जबकि पहली प्राथमिकता यहाँ के सचिव-सरपंचों की है उन्होंने अपनी ओर से इस मेला आयोजन की सहमति दी है मायने यह नही रखता की आदेश किसने दिया मुद्दा यह है कि संक्रमण दिनों-दिनों बढ़ने के बाद भी इस तरह के आयोजन का असल जिम्मेदार कौन है और कहाँ और किसने चूक की इस बात को ध्यान में रखते हुए दोषियों पर करीवाही सुनिश्चित करना चाहिए
इनका कहना है