पाटन जनपद पंचायत में कांग्रेस की ज्योति ठाकुर बनी अध्यक्ष:8 वर्षो के बनवास के बाद कांग्रेस का कब्जा
जबलपुर दर्पण पाटन ब्यूरो। जनपद पंचायत पाटन के 22 वार्डो से निर्वाचित जनपद सदस्यो के द्वारा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव होना था जिसमें अध्यक्ष पद के लिए दो दावेदार चुनाव मैदान में थे भाजपा ने मीना बाई को अपना प्रत्याशी बनाया था जिनको पाटन मझौली विधानसभा से विधायक अजय विश्नोई का समर्थन प्राप्त था वही कांग्रेस की तरफ से ज्योति ठाकुर चुनावी मैदान में थी इनको पाटन मझौली विधानसभा के पूर्व जनपद अध्यक्ष एव कांग्रेस के वरिष्ट नेता ठाकुर विक्रम सिंह का समर्थन प्राप्त था। जनपद पंचायत पाटन में कांग्रेस का अध्यक्ष बने इसके लिए ठा.विक्रम सिंह एव उनके समर्थक ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी जिसका परिणाम आज देखने को मिला।
आज पाटन जनपद पंचायत पर पुन वापसी करते हुए कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया। इससे पहले भी लगातार 25 वर्ष तक पाटन जनपद पंचायत पर कांग्रेस के ठाकुर विक्रम सिंह का कब्जा रहा था। ज्योति ठाकुर पति दुर्गेश ठाकुर के पक्ष में 13 वोट पड़े वही भाजपा समर्पित प्रत्याशी मीना बाई को 09 मत प्राप्त हुए थे कांग्रेस के प्रत्याशी ने 4 मतों के अंतर से जीत दर्ज कराकर 8 वर्षो के बनवास के बाद पुन पाटन जनपद पंचायत पर कांग्रेस ने अपना कब्जा जमा लिया है। वही उपाध्यक्ष के निर्वाचन में शक्ति यादव को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया था जिनको 8 मत प्राप्त हुए वही भाजपा पाटन मंडल अध्यक्ष राजकुमार सिंह ठाकुर की पत्नी क्रांति बाई पति राजकुमार को 5 मत प्राप्त हुए इसके साथ ही पाटन मझौली विधानसभा विधायक अजय विश्नोई के समर्पित प्रत्याशी सविता बाई पति शत्रुगन सिंह को 9 मत प्राप्त कर जीत दर्ज कराई। अब पाटन जनपद पंचायत में अध्यक्ष कांग्रेस का और उपाध्यक्ष भाजपा के खाते में चला गया। हालाकि कुछ लोग दबी जुबान में कह रहे है। जब कुछ ही देर में अध्यक्ष के चुनाव का परिणाम घोषित कर दिया गया था। ऐसा क्या हुआ इस बीच में की उपाध्यक्ष के निर्वाचन में इतना समय लग गया सूत्रो से मिली जानकारी अनुसार कुछ ही घंटो में कुछ सदस्यों को डरा धमका कर बाजी पलट दी गई। जब अध्यक्ष को 13 वोट मिले तो उपाध्यक्ष को भी 13 मत प्राप्त होने थे ऐसा क्या कारण था जो कांग्रेस के उपाध्यक्ष प्रत्याशी शक्ति यादव चुनाव हार गए और चुनाव स्थल पर मीडिया को जाने की अनुमति नही दी। जब इस संबंध में पाटन एसडीओपी सारिका पाण्डे से बात की तो उनका कहना था कि ऊपर चुनाव चल रहा है। मतगणना होगी वहा मीडिया को प्रतिबंध किया गया है। पता नही सत्तापक्ष और प्रशासन की कौन सी खिचड़ी पक रही थी जो उपाध्यक्ष के निर्वाचन में इतना समय लगा दिया। आने वाले विधान सभा चुनाव में सत्तापक्ष भी तैयार रहे। पाटन विधानसभा के चुनाव परिणाम भी सभी को चौका देगे।