बालाघाट उड़नदस्ते ने मुखबिर की सूचना पर ग्राम बघोली में बड़ी कार्यवाही

लालबर्रा जबलपुर दर्पण । वन संपदा की अवैध कटाई और परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए वन विभाग लगातार सशक्त कार्रवाई कर रहा है। इसी क्रम में सोमवार को वन विभाग के उड़नदस्ता दल ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए लालबर्रा परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम बघोली में अवैध रूप से रखी गई सागौन की लकड़ी जब्त की। जब्त लकड़ी का अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 16 हजार रुपये आंका गया है।मुखबिर की सूचना पर हुई त्वरित कार्रवाईवन विभाग के कार्यवाहक उपवन क्षेत्रपाल एवं प्रभारी उड़नदस्ता, वनवृत्त बालाघाट अजय चौरे ने प्रेस चर्चा के दौरान बताया कि विभाग को मुखबिर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई थी कि ग्राम बघोली में अवैध रूप से लकड़ी का भंडारण किया गया है। सूचना मिलते ही विभागीय टीम ने तत्काल तलाशी वारंट जारी किया और मौके पर दबिश दी। तलाशी में मिली 38 नग लकड़ी, सागौन प्रमुख कार्रवाई के दौरान बघोली निवासी खिलेश पिता शिवलाल यादव (जाति अहीर) के नाम से जारी वारंट के तहत तलाशी ली गई। तलाशी में टीम को सागौन के 7 नग, सागौन चिरान 24 नग, जामुन चिरान के 6 नग तथा खमेर का 1 नग प्राप्त हुआ। इस प्रकार कुल 38 नग लकड़ी बरामद की गई। जब्त लकड़ी की कुल मात्रा लगभग 3.5 घन मीटर आंकी गई है। विभाग के अनुसार, जब्त वनोपज का बाजार मूल्य लगभग 16,000 रुपये के आसपास है।
जब्त लकड़ियां वनोपज कार्यालय में जमा, जांच जारी
अजय चौरे ने बताया कि जब्त लकड़ी को वनोपज परिक्षेत्र कार्यालय में सुरक्षित रूप से जमा करा दिया गया है। इस मामले में पी.आर. क्रमांक 16034/25 दिनांक 06.10.2025 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि सागौन की लकड़ी अवैध तरीके से एकत्र की गई थी। अब यह जांच की जा रही है कि लकड़ी कहां से और किस माध्यम से लाई गई थी।
वन संपदा की सुरक्षा को लेकर सतर्क विभाग
श्री चौरे ने स्पष्ट किया कि वन संपदा की सुरक्षा और अवैध कटाई पर नियंत्रण के लिए फील्ड स्टाफ और उड़नदस्ता दल द्वारा नियमित रूप से गश्त व निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाईयां सूचना मिलने पर तुरंत और सख्ती से की जाएंगी, ताकि वन अपराधियों पर रोक लगाई जा सके और वन क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
कार्यवाही मे यह रहें शामिल
प्रभारी उड़न दस्ता वन व्रत बालाघाट अजय चौरे, कार्यवाहक उप वन क्षेत्रपाल राजेंद्र कुमार मडामे, कार्यवाहक वनपाल राकेश सनोडिया, कार्यवाहक उप वन क्षेत्रपाल पी.टी. सोनवंशी, वनरक्षक नरेंद्र कुमार सेंडे, सौरभ यादव, तिलक सिंह रहांगडाले, देवेंद्र उके,
चालक शंभूलाल यादव सहित स्थानीय वन अमला मौजूद रहा।



