खंडहर में तब्दील होता जा रहा पुलिस विभाग के नाम एलाटमेंट का सरकारी बंगला
डिंडोरी, जबलपुर दर्पण ब्यूरो।जिला मुख्यालय स्थित जनपद पंचायत डिंडोरी के ठीक सामने बना पुलिस विभाग का सरकारी बंगला देखरेख व रखरखाव के अभाव में खंडहर होता जा रहा है। बताया गया कि पिछले कई वर्षों से सरकारी भवन की मरम्मत व रखरखाव कराने शासन प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिससे समय गुजरने के साथ ही भवन दिनोंदिन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है। गौरतलब है कि कुछ वर्ष पहले सरकारी बंगला जिला पुलिस बल में तैनात रहे पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा के नाम अलॉटमेंट किया गया था, लेकिन श्री शर्मा का तबादला अन्य जिलों में होने के चलते भवन खाली पड़ा हुआ है, जहां अब तक किसी भी सरकारी अधिकारी को बंगला अलॉटमेंट नहीं किया गया। जबकि लाखों रुपए की लागत से बना सरकारी पुलिस विभाग का बंगला में सुरक्षा व्यवस्था के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। आरोप है कि लंबे समय से सरकारी भवन असुरक्षित यूं ही पड़ा हुआ है, जिसकी सुरक्षा व्यवस्था करने विभागीय जिम्मेदारों द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही, जिससे अब भवन की पलस्तर उखाड़ना भी शुरू हो गए हैं।
सरकारी भवन के चारों ओर गंदगी का लगा अंबार-शासन प्रशासन द्वारा लाखों करोड़ों रुपए खर्च करके शासकीय भवन का निर्माण कार्य कराया गया था, ताकि किसी प्रोफेशनल अधिकारी को बंगला एलिमेंट किया जा सके। पिछले वर्षों में पदस्थ रहे पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा के चले जाने के बाद से ही लाखों करोड़ों का बंगला खाली पड़ा है, जिसे देखरेख करने वाला कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं है। आरोप लगाया गया कि रखरखाव न होने से भवन के चारों ओर खरपतवार उग आई है, कटीली झाड़ियां से आने जाने में परेशानी हो रही है। सरकारी बंगला के प्रांगण के अंदर ही कचरे का ढेर लगा हुआ है, मवेशी सहित असामाजिक तत्वों का डेरा भी सरकारी बंगले के आसपास रहता है, बावजूद भवन की सुरक्षा व्यवस्था करने प्रशासनिक जिम्मेदारों द्वारा कोई ठोस उपाय नहीं किए जा रहे, जिससे दिनों दिन सरकारी बंगला जर्जर होता जा रहा है। मामले के बाद अब लोगों ने सवाल उठाना भी शुरू कर दिए हैं, कि आखिर सरकारी आवासों की मरम्मत, पुताई, देखरेख व सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर की जा रही लाखों करोड़ों रुपए खर्च के बाद भी पुलिस विभाग के नाम अलॉटमेंट का यह सरकारी बंगला अब तक धूल क्यों खा रहा है।